राजहंस रीजेंसी होटल को क्वारंटाइन सेंटर बनाने पर भड़के स्थानीय लोग
गढ़ रोड स्थित होटल राजहंस रीजेंसी को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने पर स्थानीय लोग भड़क गए। शुक्रवार को चार कालोनी के निवासी बड़ी संख्या में होटल के सामने एकत्र हुए और विरोध जताया। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।
मेरठ, जेएनएन। गढ़ रोड स्थित होटल राजहंस रीजेंसी को क्वारंटाइन सेंटर बनाए जाने पर स्थानीय लोग भड़क गए। शुक्रवार को चार कालोनी के निवासी बड़ी संख्या में होटल के सामने एकत्र हुए और विरोध जताया। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत किया।
नौचंदी थाना क्षेत्र में गढ़ रोड स्थित होटल राजहंस रीजेंसी को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां 14 लोग क्वारंटाइन भी हैं। इसके बनने के बाद से ही लोग विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को पंचशील कालोनी, नेहरू नगर, कल्याण नगर और मुरारी पुरम के लोगों ने एतराज जताया। संजीव जैन, संजय गुर्जर, साहिल श्रीवास्तव और परविद्र त्यागी ने कहा कि अभी तक क्षेत्र में कहीं भी कोरोना ने दस्तक नहीं दी है। ऐसे में सुरक्षित जगह पर क्वारंटाइन सेंटर बनाया जाना उचित नहीं है। सूचना पर पहुंचे नौचंदी थाना प्रभारी आशुतोष कुमार ने बताया कि लोगों को समझा दिया गया। अधिकारियों को भी मामले से अवगत करा दिया था। अफसरों के आदेश के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। मजिस्ट्रेट को हटाया, होगी विभागीय कार्रवाई
मेरठ : जली कोठी कोरोना का हॉटस्पॉट है। दरी वाली मस्जिद में कोरोना संक्रमित कई जमाती मिलने के बाद इसे हॉटस्पॉट घोषित किया गया था। गुरुवार देर रात यहां एक मकान में जलसा हो रहा था। जिसे रात में ही एक सूचना पर एडीएम सिटी अजय तिवारी ने अकेले ही छापा मारकर पकड़ा था। मौके पर बिना अनुमति सौ से ज्यादा लोग कार्यक्रम में उपस्थित मिले थे। बाद में थाना देहली गेट पुलिस को बुलाकर संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई कराई गई थी। संबंधित लोगों के खिलाफ तो पुलिस ने कार्रवाई की लेकिन हॉटस्पॉट के बावजूद उक्त कार्यक्रम को चलने देने के लिए वहां तैनात पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा तैयान किए गए मजिस्ट्रेट को भी दोषी माना गया है। एडीएम सिटी अजय तिवारी ने बताया कि उक्त हॉटस्पॉट पर सिचाई विभाग के मध्य गंगा खंड के अवर अभियंता धर्मेंद्र कुमार मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात थे। जिला प्रशासन ने उसे मजिस्ट्रेट की जिम्मेदारी से हटाकर उसके विरुद्ध विभागीय जांच और कार्रवाई का आदेश दिया है। उसके विभागाध्यक्ष को कार्रवाई का आदेश दिया गया है।