मोहिउद्दीनपुर में रैपिड रेल स्टेशन बनवाने को सांसद से मिले स्थानीय लोग
मोहिउद्दीनपुर व आसपास के गांवों के लोग शनिवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल से मिले।
मेरठ, जेएनएन। मोहिउद्दीनपुर व आसपास के गांवों के लोग शनिवार को सांसद राजेंद्र अग्रवाल से मिले। सांसद को ज्ञापन देकर मांग रखी कि मोहिउद्दीनपुर में भी रैपिड रेल का स्टेशन बनवाया जाए। लोगों ने बताया कि वर्तमान में जो स्टेशन बनाए जा रहे हैं, उनमें मोहिउद्दीनपुर शमिल नहीं है।
ज्ञापन में बताया कि मोहिउद्दीनपुर ऐसा केंद्र है, जिसके दोनों तरफ करीब 30 गांव हैं। जहां से रोजाना लोग मेरठ व दिल्ली जाते हैं। मोहिउद्दीनपुर में रेलवे स्टेशन है, जिससे बड़ी संख्या में यात्री जाते हैं। यहां बड़ा बाजार भी है। यहां शुगर मिल, कृभको यार्ड, पसवाड़ा पेपर मिल, दुग्ध संस्थान व छोटे उद्योग संचालित हैं। मोहिउद्दीनपुर से ही खरखौदा के लिए सड़क जाती है। सिवालखास व गंगनहर पटरी को जोड़ने वाला एक रास्ता भी मोहिउद्दीनपुर होकर जाता है। इस मौके पर पूर्व प्रधान जानी जगवती, मंजू सिवाच, फुरकाना, सीता देवी, सविता, मोतीराम आदि मौजूद रहे।
फिलहाल निश्शुल्क चलते रहिए, अभी टोल वसूली पर निर्णय नहीं हो पाया: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर फिलहाल जिस तरह से निश्शुल्क वाहन चला रहे हैं उसी तरह से चलते रहिए, क्योंकि मंत्रालय स्तर से टोल पर अभी निर्णय नहीं हो पाया है।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे मेरठ से डासना तक व डासना से यूपी गेट तक एक अप्रैल को खोल दिया गया था। तब से एक्सप्रेस-वे पर वाहन दौड़ रहे हैं। तीन अप्रैल को टोल प्लाजा पर कर्मियों ने काम शुरू किया गया था लेकिन बिना शुल्क लिए केवल वाहनों का नंबर व संख्या दर्ज की जा रही है। एक अप्रैल को एनएचएआइ के डीजीएम व दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के परियोजना निदेशक मुदित गर्ग ने निरीक्षण के दौरान कहा था कि एक सप्ताह में टोल वसूली शुरू हो जाएगी लेकिन इस पर अभी निर्णय नहीं हो पाया है। काशी टोल प्लाजा पर फास्टैग से वसूली होगी। इसके लिए कंपनी का चयन भी होना बाकी है।