Move to Jagran APP

एलकेजी सिलेबस पर होंगे कक्षा एक में दाखिले

स्कूलों में इन दिनों छमाही परीक्षा प्री-बोर्ड प्रैक्टिकल आदि की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इसके साथ ही नए सत्र के दाखिले की प्रक्रिया को लेकर मंथन भी शुरू हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 Nov 2020 05:00 AM (IST)Updated: Sat, 21 Nov 2020 05:00 AM (IST)
एलकेजी सिलेबस पर होंगे कक्षा एक में दाखिले
एलकेजी सिलेबस पर होंगे कक्षा एक में दाखिले

मेरठ, जेएनएन। स्कूलों में इन दिनों छमाही परीक्षा, प्री-बोर्ड, प्रैक्टिकल आदि की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इसके साथ ही नए सत्र के दाखिले की प्रक्रिया को लेकर मंथन भी शुरू हो गया है। दिसंबर के द्वितीय सप्ताह से तमाम स्कूल दाखिले की दौड़ शुरू करने की तैयारी में हैं। इस साल की प्रवेश प्रक्रिया में स्कूलों की ओर से नौनिहालों को राहत देने की तैयारी है। कक्षा एक या किसी भी कक्षा में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में पिछली कक्षा के सिलेबस के आधार पर प्रश्नपत्र तैयार किया जाता है। लेकिन इस सत्र में स्कूल न चलने के कारण पिछली कक्षा की पढ़ाई भी नहीं हो सकी है। ऐसे में कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले बच्चों की प्रवेश परीक्षा यूकेजी की बजाय एलकेजी के सिलेबस पर आधारित होगी।

loksabha election banner

आनलाइन पढ़ाई भी न के बराबर

प्री-प्राइमरी यानी कक्षा नर्सरी से कक्षा पांचवीं तक की आनलाइन पढ़ाई भी नाम के लिए ही हुई है। बहुत सारे पांचवीं तक के स्कूलों ने आनलाइन कक्षाएं नहीं चलाई। कुछ स्कूलों ने प्री-प्राइमरी को छोड़कर कक्षा एक से पांच तक आनलाइन पाठ्य सामग्री भेजा जिससे अभिभावकों ने ही बच्चों को पढ़ाया। वहीं नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी कक्षा में इस पहुंचने वाले बच्चे लगभग बिना पढ़ाई के ही रह गए। जागरूक अभिभावकों ने जरूर तैयारी कराई होगी लेकिन यह संख्या भी कम है। इसी को ध्यान में रखते हुए स्कूल कक्षा एक के लिए या तो एलकेजी सिलेबस से प्रवेश परीक्षा कराने की तैयारी में हैं, अथवा प्रवेश परीक्षा न कराकर बच्चों का साक्षात्कार लेकर ही प्रवेश ले सकते हैं।

तो कम हो सके बच्चों का दबाव

-इस सत्र में बच्चों की पढ़ाई नहीं हो सकी है। इसलिए अगले सत्र की प्रवेश प्रक्रिया में बच्चों को कक्षा एक में प्रवेश के लिए यूकेजी सिलेबस के स्थान पर एलकेजी सिलेबस से टेस्ट लेने पर विचार कर रहे हैं। इससे सभी बच्चों को बराबर अवसर मिलेगा। अभिभावकों पर भी दबाव कम रहेगा और वह बच्चों की अच्छी तैयारी करा सकेंगे।

-असीम कुमार दुबे, प्रिसिपल, दीवान पब्लिक स्कूल

साक्षात्कार को देंगे प्रमुखता

इस सत्र में किसी भी कक्षा की पढ़ाई सामान्य नहीं रही है। छोटे बच्चे पूरी तरह से छूटे हुए हैं। अगले सत्र की प्रवेश प्रक्रिया में हम बच्चों के साक्षात्कार के जरिए कक्षा एक के लिए जरूरी ज्ञान को परखेंगे। इसी तरह अन्य कक्षाओं की प्रवेश प्रक्रिया में बच्चों को राहत दी जाएगी।

-रिचा शर्मा, सलाहकार, मेरठ पब्लिक स्कूल ग्रुप

सभी स्कूल मिलकर लेंगे निर्णय

-आनलाइन कक्षाओं में अधिकतम 50 फीसद उपस्थिति ही रही है। छोटे स्कूलों की पढ़ाई ठीक से नहीं हो सकी है। इसलिए दूसरे स्कूलों से आने वाले या नए दाखिले लेने वाले बच्चों की पढ़ाई के स्तर का मूल्यांकन करने के लिए छूट देनी होगी। सभी स्कूल इस पर मिलकर निर्णय लेंगे।

-राहुल केसरवानी, सचिव, मेरठ स्कूल सहोदय काम्प्लेक्स


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.