Coronavirus Meerut News: मेरठ में दस दिनों में मिले 1 हजार से कम मरीज, पर 15 से ज्यादा की हुई थी मौत
Coronavirus Meerut News 19 अप्रैल के बाद 29 अप्रैल यानी गुरुवार को एक हजार से कम यानी 923 मरीज मिले जबकि 15 से ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हुई है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि गुरुवार को 7326 सैंपलों की जांच की गई है।
मेरठ, जेएनएन। जनपद में कोरोना का संक्रमण कहर मचा रहा है। हालाकि गुरूवार को संक्रमण के मामले में गिरावट से थोड़ी राहत की उम्मीद जगी है। लेकिन मौत का आंकड़ा अभी भी अधिक है। स्वास्थ्य विभाग ने इस ने बताया कि कोरोना संक्रमण की संक्रमण दर में मामूली गिरावट ने उम्मीदों को जगाया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले एक सप्ताह के दौरान संक्रमण दर न्यूनतम स्तर पर मिली है। 19 अप्रैल के बाद 29 अप्रैल यानी गुरुवार को एक हजार से कम यानी 923 मरीज मिले, जबकि 15 से ज्यादा कोरोना मरीजों की मौत हुई है। सीएमओ डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि गुरुवार को 7326 सैंपलों की जांच की गई है। 1209 मरीज अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं, जबकि होम आइसोलेशन में रहने वालों की संख्या 5789 तक पहुंच गई है।
दोपहर एक बजे : ऑक्सीजन के लिए जद्दोजहद, सिलेंडर देना बंद
स्वजन काउंटर पर पर्ची बनवाने के लिए मशक्कत करते हुए नजर आए। लाइनों में लगकर पर्ची दिखाकर किसी तरह से पर्ची बनाने की अपील करते रहे। हालाकि इस बीच में सबके चेहरे पर मास्क तो रहा लेकिन शारीरिक दूरी का पालन जरा भी नहीं हो पाया। पर्ची बनाने में देरी होने पर लोगों का आक्रोश भी सामने आता दिखाई दिया। रिठानी में पूठा रोड पर स्थित कृष्णा गैस प्लांट में लोगों को ऑक्सीजन सिलेंडर देना बंद कर दिया। यहां कल पूरे दिन कतार में रहे लोगों को अग्रवाल गैस प्लांट में ही भेज दिया गया।
दोपहर 12:00 बजे : परतापुर में उद्योग पुरम में स्थित अग्रवाल गैस प्लांट पर सुबह से ही सिलेंडर भरवाने के लिए लंबी कतार लगी रही। आज व्यवस्था बनाने के लिए वाहनों को दूर ही खड़ा करवा दिया गया है और सिलेंडर लेने वालों की कतार काफी लंबी लगी है। वहीं और लोग भी ऑक्सीजन के लिए लाइनों में लगे हुए हैं। इसके अलावा अस्पतालों में भी कई मरीज भर्ती होने के इंतजार में लगे रहे।
सुबह 10 बजे- कई प्राइवेट अस्पतालों के बाहर लोग इलाज के लिए भटकते रहे, लेकिन इमरजेंसी में उन्हें भर्ती नहीं मिल सकी। वहीं एक महिला अपने युवक को लेकर ई-रिक्शा से अस्पताल पहुंची। युवक इलाज के लिए तड़प रहा था। इधर, डॉक्टर ने इलाज करने से पहले बोला कि पहले ऑक्सीजन लेकर आओ तभी इलाज होगा। बता दें कि परिजनों के बजाय अस्पतालों को ऑक्सीजन का सिलेंडर दिया जा रहा है।
निजी अस्पतालों में कोविड मौतों का कोई हिसाब नहीं: मेरठ की जिला स्तरीय रिपोर्ट में गुरुवार को पांच मौतों की सूचना दी गई, जो कि अर्धसत्य भी नहीं है। इस रिपोर्ट के अलावा मेडिकल कालेज की ओर से दी गई सूचना में 12 मरीजों की मौत की जानकारी दी गई है। इसमें छह मेरठ के हैं। निजी अस्पतालों और होम आइसोलेशन में दम तोड़ने वाले कोरोना मरीजों की कोई सूचना जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुहैया नहीं कराई जा रही है। ऐसे में रोजाना बड़ी संख्या में मौत के आंकड़े सरकारी दस्तावेजों में एक चौथाई तक रह जाते हैं। सूत्रों के अनुसार गुरुवार को ही निजी अस्पतालों में आठ से 10 मरीजों की मृत्यु हुई है। लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि कहीं से नहीं की गई। इस अनियमितता के पीछे की वजह के बारे में पूछे जाने पर सीएमओ डा. अखिलेश मोहन का कहना है कि निजी अस्पतालों को कोविड मौतों का विवरण पोर्टल पर भरने को कहा है, लेकिन संतोषजनक रिपोर्ट नहीं मिल रही है। सूचना पोर्टल पर चढ़ते ही रिपोर्ट में शामिल कर ली जाती है।
पिछले पांच दिनों का आंकड़ा
तारीख मरीज संक्रमण की दर- फीसद में
29 923 12.59
28 1278 18.08
27 1222 12.72
26 1245 16.10
25 1501 22.54
24 1559 19.84
कोरोना से 20 की मौत, 2363 लोग संक्रमित
कोरोना का कहर गुरुवार को भी जारी रहा। मुजफ्फरनगर, सहारनपुर व आसपास के जिलों में 20 कोरोना पीड़ितों की मौत हो गई, 2363 लोग संक्रमित मिले। मुजफ्फरनगर में 892 की रिपोर्ट पाजिटिव आई। दो पीड़ितों ने दम तोड़ दिया। बिजनौर में 674 संक्रमित मिले। सहारनपुर में 335 की रिपोर्ट पाजिटिव आई। छह लोगों की मौत हो गई। शामली में 84 की रिपोर्ट पाजिटिव आई। बागपत में 152 लोग संक्रमित मिले। छह लोगों की मौत हो गई। बुलंदशहर में छह पीड़ितों की मौत हो गई, 226 की रिपोर्ट पाजिटिव आई।