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Poisonous Liquor in Meerut: चार महीने से रोहटा के डूंगर में चल रही थी शराब पार्टी, प्रशासन को भनक तक नहीं लगी

रोहटा में पंचायत चुनाव से पहले ही जहरीली शराब गांव में परोसी जाने लगी है। रोहटा के डूंगर गांव में पिछले चार माह से शराब पार्टी चल रही थी। पुलिस को पता ही नहीं चला।

By Prem BhattEdited By: Published: Tue, 21 Jul 2020 10:30 AM (IST)Updated: Tue, 21 Jul 2020 05:13 PM (IST)
Poisonous Liquor in Meerut: चार महीने से रोहटा के डूंगर में चल रही थी शराब पार्टी, प्रशासन को भनक तक नहीं लगी
Poisonous Liquor in Meerut: चार महीने से रोहटा के डूंगर में चल रही थी शराब पार्टी, प्रशासन को भनक तक नहीं लगी

मेरठ, जेएनएन। Poisonous Liquor in Meerut मेरठ जिले के रोहटा में पंचायत चुनाव से पहले ही जहरीली शराब गांव में परोसी जाने लगी है। रोहटा के डूंगर गांव में पिछले चार माह से शराब पार्टी चल रही थी। उसके बाद भी पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से बेखबर थे। सोमवार को शराब से तीन मौत होने के बाद पुलिस और प्रशासन की नींद टूटी है। उसके बाद शराब पिलाने वाले युवक के परिवार को हिरासत में ले लिया है। अभी तक पुलिस पड़ताल नहीं कर पाई कि शराब कहां से खरीदी गई थी।

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यह नहीं पता चला शराब आई कहां से

डूंगर गांव में जहरीली शराब से तेजपाल और सुधीर की मौत हो गई। जोगेंद्र पुत्र बलवीर की आंखों की रोशनी चली गई। उसके बाद मृतक के परिवार की तरफ से गांव के ही सचिन गुर्जर पुत्र हरफूल सिंह, हरफूल सिंह, चाचा सुखपाल सिंह, चचेरा भाई अनुज कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। सचिन मौके से फरार चल रहा है, जबकि बाकी परिवार के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए लोगों ने बताया कि सचिन गुर्जर पिछले चार माह से लोगों को शराब पिला रहा था। सचिन शराब दमगड़ी गांव के प्रहलाद मास्टर के पास से लेकर आ रहा था। पुलिस ने प्रहलाद मास्टर को भी पकड़ लिया है। अभी तक पुलिस पड़ताल नहीं कर पाई कि जहरीली शराब कहां से आई थी। ना ही मुख्य आरोपित सचिन गुर्जर को पकड़ा गया है। सचिन गुर्जर पंचायत चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा था। उसी के चलते ग्रामीणों को पिछले चार माह से शराब पिला रहा था।

चार माह से छलक रहे थे जाम, पुलिस को हवा तक नहीं लगी

डूंगर गांव में पिछले चार माह से सचिन गुर्जर लोगों की जान से खेल रहा था। लॉकडाउन में भी लोगों को शराब मुहैया कराता था। सचिन शराब के बदले में सभी से पंचायत चुनाव में वोट देने की डील पक्की कर रहा था। हैरत की बात है कि गांव में चार माह से शराब बांटी जा रही थी। उसके बावजूद भी पुलिस के संज्ञान में मामला नहीं है। आरोप यहां तक लगाए जा रहे है कि गांव में शराब पार्टी की जानकारी पुलिस को थी। उसके बावजूद भी पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी। सचिन गुर्जर अक्सर पुलिस के साथ घूमता रहता था। घटना होने के बाद सचिन गुर्जर को पकडऩे के लिए पुलिस की टीम लगा दी गई। ग्रामीणों का कहना है कि कार में भरकर सचिन गुर्जर शराब रोजाना लाता था। पिछले चार दिनों से गांव में शराब नहीं आ रही थी। उससे पहले ही सचिन ने शराब का काफी स्टॉक घर में रखा था। पुलिस सचिन गुर्जर के घर की तलाशी भी ले रही है।

दोनों मरीजों की हालत स्थिर

डूंगर गांव में देर रात में आबकारी विभाग की टीम छानबीन कर लौट गईं। दो मरीज जोगिंदर सिंह पुत्र बलवीर सिंह रीता हॉस्पिटल शोभापुर में उपचार चल रहा है वहीं मृतक सुधीर का भाई सतीश का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। कोरोना की रिपोर्ट आने के बाद मृतक सुधीर का पोस्टमार्टम होगा। दोनों मरीजों की हालत उपचार के बाद स्थिर बताई जा रही है।

इनका कहना है

डूंगर में शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद पीडि़त परिवार की तरफ से मुकदमा दर्ज कर लिया है। चार आरोपितों को पुलिस ने पकड़ लिया है। सीओ सरधना और सीओ दौराला इस पूरे मामले की मॉनीटङ्क्षरग कर रहे है। शराब किस फैक्ट्री से खरीद कर पिलाई जा रही थी, इसकी पड़ताल की जा रही है। साथ इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों की धरपकड़ को क्राइम ब्रांच की टीम को भी लगा दिया है।

- अजय साहनी, एसएसपी 


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