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छावनी में छोड़ दीजिये बेसहारा गोवंश, वहां कोई नहीं रोकता

छावनी क्षेत्र में इस समय हर सड़क पर बेसहारा गोवंश घूम रहे हैं। उन्हें पकड़ने वाला कोई नहीं है, छावनी में डेयरियां चलाने वाले दूध निकालने के बाद अपनी गायों को खुला छोड़ रहे हैं तो दूसरी ओर शहर के बेसहारा गोवंश भी छावनी की सड़कों पर दौड़ रहे हैं। माल रोड से लेकर छावनी के सभी प्रमुख बाजार में खुले पशु घूमते नजर आ रहे हैं। इसमें कई बार आवागमन बाधित हो रहा है तो हादसे की भी आशंका बनी हुई है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Feb 2019 04:00 AM (IST)Updated: Mon, 18 Feb 2019 04:00 AM (IST)
छावनी में छोड़ दीजिये बेसहारा गोवंश, वहां कोई नहीं रोकता
छावनी में छोड़ दीजिये बेसहारा गोवंश, वहां कोई नहीं रोकता

मेरठ : छावनी क्षेत्र में इस समय हर सड़क पर बेसहारा गोवंश घूम रहे हैं। उन्हें पकड़ने वाला कोई नहीं है, छावनी में डेयरियां चलाने वाले दूध निकालने के बाद अपनी गायों को खुला छोड़ रहे हैं तो दूसरी ओर शहर के बेसहारा गोवंश भी छावनी की सड़कों पर दौड़ रहे हैं। माल रोड से लेकर छावनी के सभी प्रमुख बाजार में खुले पशु घूमते नजर आ रहे हैं। इसमें कई बार आवागमन बाधित हो रहा है तो हादसे की भी आशंका बनी हुई है।

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छावनी में माल रोड पर पूरे दिन गोवंश घूमते रहते हैं। बहुत से डेयरी संचालक अपने पशुओं को दिन भर खुला छोड़ देते हैं, जो पूरी छावनी में घूम रही है। माल रोड के किनारे हरी घास होने की वजह से गोवंश का पूरा झुंड इन सड़कों पर दिख रहा है। औघड़नाथ मंदिर, आबूलेन, सदर बाजार, बांबे बाजार सहित पूरे छावनी क्षेत्र में खुले गोवंश दिख जाएंगे। कई डेयरी संचालक दिन भर अपने पशुओं को खुला छोड़ देते हैं, शाम को वह अपने पशुओं को वापस पकड़ कर ले जाते हैं।

छावनी में कोई व्यवस्था नहीं

नगर निगम ने बेसहारा गोवंश के लिए आश्रय स्थल की व्यवस्था की है। जिला प्रशासन के आदेश के बाद शहर के खुले गोवंश पकड़कर वहां रखे जा रहे हैं। लेकिन छावनी क्षेत्र में ऐसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अभी कुछ दिन पहले छावनी परिषद ने 15 बेसहारा गोवंश को पकड़ा था। दस दिन तक उन पशुओं को पूछने के लिए कोई नहीं आया तो कैंट बोर्ड ने सभी को नीलाम कर दिया। जिसे लेकर कैंट बोर्ड के राजस्व विभाग पर कैंट के सदस्य अनिल जैन ने एफआइआर तक दर्ज करा दिया। कर्मचारी पर सदस्य की ओर से पशुओं को किसी कसाई को बेचने का आरोप है।

एक हजार जुर्माने का प्रावधान

कैंट में पालतू पशु को खुला छोड़ने पर एक हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है। कैंट बोर्ड ने डेयरियों पर कोई जुर्माना नहीं लगाया है। इसकी वजह से बेधड़क डेयरी संचालक अपने पशुओं को छावनी में छोड़ रहे हैं।

कभी भी हो सकता है हादसा

छावनी में माल रोड पर जिस तरह से पशु खुलेआम घूम रहे हैं, उससे वाहनों से कई बार टक्कर लगने का भी खतरा बना हुआ है। छावनी परिषद का इस ओर ध्यान नहीं है।

इनका कहना है..

डेयरी संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने पशुओं को खुला न छोड़े। उन्हें फिर से हिदायत दी गई है। कैंट में गोवंश के लिए कोई स्थायी आश्रय घर नहीं है, फिर बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए फिर से अभियान शुरू किया जाएगा।

- एमए जफर, प्रवक्ता, कैंट बोर्ड


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