युवक को पीटने के आरोपित अधिवक्ता पर मुकदमा
कंकरखेड़ा थाने में एक अधिवक्ता समेत चार आरोपितों पर जानलेवा हमला एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा थाने में एक अधिवक्ता समेत चार आरोपितों पर जानलेवा हमला, एससी-एसटी एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है। अधिवक्ता ने स्वजन और साथियों संग मिलकर अनुसूचित जाति के युवक और उसके दोस्त को बुरी तरह पीटा था, जिसका वीडियो भी वायरल हो गया था। कंकरखेड़ा निवासी अधिवक्ता रविद्र का नंगलाताशी में एक प्लाट है, जिसकी पिछली तरफ खेत भी रविद्र का ही है। आरोप है कि एक प्लाट स्वामी खेत से जबरन रास्ता निकाल रहा है। जिसको लेकर रविद्र ने विरोध किया और गाली-गलौज कर दी। पास ही अपने दफ्तर में बैठे अनुसूचित जाति का गजेंद्र दोस्त के साथ बैठा था। आरोप है कि तभी रविद्र अपने स्वजन व साथियों संग दफ्तर में घुस गया और गजेंद्र को खींचते हुए बाहर लाकर बुरी तरह पीटा। गजेंद्र की ओर से दी गई तहरीर पर पुलिस ने सोमवार को अधिवक्ता रविद्र, महावीर, नरेश और कुशलपाल के खिलाफ एससी एसटी एक्ट समेत अन्य गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। इंस्पेक्टर तपेश्वर सागर का कहना है कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
किसानों का गाजीपुर बार्डर को कूच जारी
दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में मेरठ जिले से सोमवार को भी आंदोलनकारी किसानों के कूच का सिलसिला जारी रहा। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी ने बताया कि जब तक कृषि कानूनों को सरकार वापस नहीं लेगी, तब तक आंदोलन जारी रहेगा और जिले से किसानों के जत्थे अपनी भागीदारी आंदोलन में करते रहेंगे। मवाना के मुबारिकपुर गांव से भाकियू के शो सिंह प्रधान के नेतृत्व में किसान गाजीपुर बार्डर के लिए रवाना हुए। वे अपने साथ खाद्य सामग्री ले गए हैं। सतेंद्र, नरेंद्र, बिल्लू, बबलू आदि शामिल रहे। उधर, ढडरा गांव से पांच ट्रैक्टर-ट्राली में किसान रवाना हुए। जैनपुर से अशफाक प्रधान, भैंसा से विलियम प्रधान आदि भी सोमवार को गाजीपुर बार्डर के लिए कूच कर गए। उधर, भाकियू के जिला महासचिव राजकुमार करनावल ने बताया कि सोमवार को जिले में कई जगह बैठक की गईं। इसमें गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन में भाग लेने का आह्वान किया गया।