मेरठ में श्मशान और सरकारी जमीन पर भू-माफिया का कब्जा, पैमाइश में हुए चौकाने वाले खुलासे
आरटीआइ कार्यकर्ता की शिकायत पर एसडीएम सदर तहसील की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे और पैमाइश कराकर जांच पड़ताल की। टीम ने जांच में कई ऐसी गड़बगड़ी पाई जो चौकाने वाली थी। इस तथ्य को जानने के बाद आसपास के लोगों के हाश उड़ गए।
मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा के हाईवे स्थित शोभापुर गांव के पास भूमाफियाओं ने श्मशान और सरकारी जमीन पर कब्जा कर प्लॉट काट दिए। कुछ जमीन एक कालोनी परिसर में भी जोड़ दी गई। आरटीआइ कार्यकर्ता की शिकायत पर एसडीएम सदर तहसील की टीम को लेकर मौके पर पहुंचे और पैमाइश कराकर जांच पड़ताल की। टीम ने जांच में कई ऐसी गड़बगड़ी पाई, जो चौकाने वाली थी। इस तथ्य को जानने के बाद आसपास के लोगों के हाश उड़ गए। पैमाइश में कई बातों का खुलासा टीम ने किया है।
श्मशान घाट की जमीन पर भी कब्जा
शोभापुर निवासी आरटीआइ कार्यकर्ता भूपेंद्र गौड़ और संदीप कुमार पाराशर ने नगरायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी कि शोभापुर वार्ड-12 स्थित अलग-अलग खसरा नंबर में करीब 8470 वर्ग मीटर सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं ने कब्जा कर लिया है। इसी में 3790 वर्ग मीटर श्मशान घाट की भी जमीन है, जिस पर कब्जा किया गया है। जमीन की पैमाइश को तहसील सदर को पत्राचार किया गया। जिसके बाद शनिवार को एसडीएम सदर तहसील की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और जमीन की पैमाइश की।
निकल सकती है अधिक कब्जे की जमीन
टीम को आरटीआइ कार्यकर्ता भूपेंद्र गौड़ भी पहुंचे और एक-एक जमीन के बारे में टीम को बताया गया। टीम द्वारा जमीन की पैमाइश करने के दौरान आसपास के प्रॉपर्टी डीलर और अन्यों के होश उड़ गए। माना जा रहा है कि अगर शिकायत सच साबित हुई तो अरबों कीमत की सरकारी जमीन पर भूमाफियाओं का कब्जा साबित होगा।
इनका कहना है
एसडीएम सदर संदीप भाग्या ने बताया कि सरकारी जमीन पर कब्जा करने की शिकायत की गई है। जिस पर पैमाइश का कार्य चल रहा है। एक, दो दिन में पैमाइश पूरी हो जाएगी, जिसके बाद तय होगा कि कितनी सरकारी जमीन पर कब्जा किया गया है। जो भी आरोपी होगा, उस पर कार्रवाई होगी।