फुटबाल लीग में अब होंगे नॉकआउट मुकाबले
छावनी के तोपखाना मैदान में चल रही दुर्गा सिंह ट्रॉफी डिस्ट्रिक्ट फुटबाल लीग अब नॉकआउट मुकाबले के दौर में पहुंच चुका है।
मधुबनी। लखनौर प्रखंड के लौफा स्थित रामजानकी मंदिर में सब्जी उत्पादक किसानों ने नहर निर्माण के मुद्दे पर बैठक की। नहर पीड़ित किसान मोर्चा के बैनर तले इस बैठक की अध्यक्षता राजेन्द्र लाल दास नवल ने की। इसमें लखनौर के महादेवचौड़ी, कोरियापट्टी, छारापट्टी, परमेसरा, हरभंगा सहित अन्य गांव के किसान उपस्थित थे। बैठक में एक मत से प्रस्ताव पारित किया गया कि उक्त गांव के किसान नहर निर्माण नहीं चाहते। किसानों का तर्क है कि यह इलाका सब्जी उत्पादकता की बहुलता वाला है। किसानों के पास जमीन कम है। मगर, वे मेहनत के बल पर सब्जी का उत्पादन कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। ये गांव सब्जी उत्पादक बहुल क्षेत्र है। इसकी अधिकतर आबादी कृषि पर निर्भर है। किसानों ने साफ कर दिया कि उन्हें उनके गांव में पटवन के लिए नहर नहीं चाहिए। किसानों ने कहा कि नहर बनने से अधिकतर किसानों की जमीन नहर में चली जाएगी। इससे उनके समक्ष भूखमरी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। किसानों ने कहा कि वर्ष 1971 में विभाग की नहर बनाने की योजना देवही टोल से दक्षिण की ओर कमलदाहा होते हुए इसराइन चौर होते हुए कमला बलान नदी तक थी। इसे एक साजिश के तहत इस क्षेत्र में मोड़ दिया गया है। किसान पहले के अलाइनमेंट पर ही नहर चाह रहे हैं।
यहां यह बता दें कि पश्चिमी कोसी नहर अंचल ने मधेपुर तक मुख्य नहर का निर्माण कर रखा है। इन गांवों के कई किसान का भूमि अधिग्रहण भी किया जा चुका है। कई किसान मुआवजा की राशि ले भी चुके हैं। मात्र चार हजार फीट में नहर बनना बाकी है। जल संसाधन विभाग किसानों को खेत तक पानी पहुंचाने के प्रति गंभीर है। विभाग के कार्यपालक अभियंता इससे पूर्व किसानों को आधार कार्ड और खाता संख्या जमा करने की गुहार भी लगा चुके हैं। इसके बावजूद किसान अपनी बात पर अड़े हैं। बैठक में राजाराम महतो, गंगाई महतो, सियाशरण महतो, सत्यनारायण महतो, विंदेश्वर यादव, लुटकुन यादव, रामफल चौपाल, रामभजन चौपाल, सीताराम साहू, जगदीश साहू, शिवजी साहू, शंकर प्रसाद सहित अन्य उपस्थित थे।