Farmers Protest: मेरठ के मवाना में किसान सभा पदाधिकारियों ने जलाई कृषि कानून की प्रतियां
केंद्र सरकार के कृषि कानून का चौतरफा विरोध जारी है। सोमवार को यहां मेरठ के मवाना में जिला किसान सभा के पदाधिकारियों ने गाजीपुर बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में कृषि कानून की प्रतियां जलाकर अपना विरोध प्रकट किया।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ और आसपास के जिलों में केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध का सिलसिल थमता नजर नहीं आ रहा है। यहां मवाना में जिला किसान सभा के पदाधिकारियों ने गाजीपुर बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में सोमवार को मवाना तहसील के गांव कोहला में चौ. रणवीर सिंह के आवास पर कृषि कानून की प्रतियां जलाकर विरोध जताया। साथ ही किसानों से 26 जनवरी की परेड में दिल्ली पहुंचने का आह्वान किया गया।
एकजुट है किसान
इस मौके पर किसान सभा के वरिष्ठ कार्यकर्ता जगदीश कोहला ने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून किसी तरह भी किसानों के लिए हितकर नहीं है। जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते हम इसका विरोध करते रहेंगे। रणवीर सिंह ने कहा कि सरकार अपनी दमनकारी नीति चलाकर किसान आंदोलन को कुचलना चाहती है, लेकिन सरकार ये जान ले कि देश का किसान जाग चुका है।
यह लोग रहे मौजूद
अब यह किसान आंदोलन न होकर जन आंदोलन बन चुका है। संगठन के मंडलीय सचिव कामरेड जितेंद्र पाल सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर देश के लगभग 70 करोड़ किसानों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। कृषक कानून की प्रतियां फूंकने वालों में मनजीत सिंह उर्फ बिल्लू, सतपाल सिंह, त्रिलोकी सिंह, लोकेश, रामकुमार, आदेश प्रधान, राजीव कुमार, तेजवीर सिंह, धर्मवीर सिंह आदि थे।