Kisan Andolan: बुलंदशहर में पुलिस की बेरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली के लिए निकले किसान, एसपी सिटी बोले, मेरे ऊपर चढ़ा दो ट्रैक्टर
Kisan Andolan बुलंदशहर में भूड चौराहे पर सीओ भाकियू मंडल प्रभारी के चलते ट्रैक्टर के सामने डटे। पुलिस ने भाकियू पदाधिकारियों को किया रात में ही किया नजरबंद।गुरुवार की शाम तक पुलिस भाकियू पदाधिकारियों के घरों पर तैनात रही।
बुलंदशहर, जेएनएन। गुरुवार को दिल्ली में जारी किसान आंदोलन में ट्रैक्टर परेड रिहर्सल में शामिल होने की तैयारियों में जुटे भाकियू पदाधिकारियों को पुलिस ने रातभर नजर बंद रखा। गुरुवार की शाम तक पुलिस भाकियू पदाधिकारियों के घरों पर तैनात रही और जिला प्रशासनिक अधिकारी, एसपी सिटी, एसपी देहात पुलिस फोर्स के साथ किसानों को दिल्ली जाने से रोकते रहे। हालांकि पुलिस को चकमा देकर सैकड़ों किसान ट्रैक्टर सहित दिल्ली के लिए रवाना हो गए। भूड चौराहे पर सीओ सिटी और भाकियू मंडल प्रभारी मांगेराम त्यागी की नोकझोंक भी हुई। इसके बाद ट्रैक्टर लेकर किसान दिल्ली की ओर रवाना हो गए।
नए कृषि कानून के विरोध में किसान दिल्ली में डटे हैं। आंदोलनरत किसानों ने 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रैक्टरों से परेड देने की घोषणा की है। इसके मद्देनजर दिल्ली में किसान ट्रैक्टरों से परेड का रिहर्सल कर रहे हैं। जनपद से गुरुवार को ट्रैक्टर लेकर दिल्ली जाने की तैयारियों को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा और रात में मंडल प्रभारी मांगेराम त्यागी के घर एसडीएम, एसपी सिटी और थाना प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे और उन्हें नजरबंद कर दिया गया। इसके साथ ही युवा विंग के अध्यक्ष शैलू आर्य, ऊंचागांव ब्लॉक अध्यक्ष यशंवत सिंह राणा निवासी रघुनाथपुर, औरंगाबाद नगर अध्यक्ष सुनील लोधी, युवा युवा के जिलाउपाध्यक्ष सोनू चौधरी निवासी पसौली और जहांगीराबाद ब्लाक के युवा विंग के अध्यक्ष सूरज सिंह निवासी आंझनी को भी नजरबंद किया है। गुरुवार को दोपहर बाद पुलिस हटाई गई लेकिन इसके बाद सैकड़ों ट्रैक्टर दिल्ली आंदोलन में शामिल होने के लिए निकल गए।
एसपी सिटी बोले, मेरे ऊपर चढ़ा दो ट्रैक्टर
मंडल प्रभारी मांगेराम त्यागी कार्यकर्ताओं के साथ ट्रैक्टर लेकर रवाना हुए। भूड़ चौराहे पर तैनात सीओ सिटी संग्राम सिंह ने उन्हें रोक लिया। सीओ सिटी और भाकियू कार्यकर्ताओं के बीच नोकझोक भी हुई। सीओ सिटी ट्रैक्टर के आगे खड़े हो गए और बोले, मेरे ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दो लेकिन दिल्ली नहीं जाने दूंगा। काफी नोकझोंक के बाद पुलिस बैकफुट पर आई और किसान दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
इन्होंने कहा...
भाकियू कार्यकर्ता और दिल्ली जाने वाले किसान किसी भी प्रकार का अपराध नहीं कर रहे हैं। अपनी आवाज उठाने का सभी को अधिकार है। पुलिस अब किसानों पर अत्याचार करने से भी नहीं चूक रही है। पुलिस के सख्त रवैये से यदि कहीं टकराव हुआ तो उसकी जिम्मेंदारी खुद पुलिस होगी, किसान नहीं।
-मांगेराम त्यागी, भाकियू मंडल प्रभारी।