प्रत्याशियों की हर गतिविधि पर पैनी नजर
विधानसभा चुनाव में नामाकन के बाद सभी प्रत्याशी मत हासिल करने के लिए मैदान में उतर गए हैं। मतदाताओं को लुभाने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। वोट हासिल करने के लिए किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा।
मेरठ, जेएनएन। विधानसभा चुनाव में नामाकन के बाद सभी प्रत्याशी मत हासिल करने के लिए मैदान में उतर गए हैं। मतदाताओं को लुभाने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। वोट हासिल करने के लिए किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। कप्तान ने एसएसटी (स्टेटिक सर्विलांस टीम) और एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वायड टीम) की 50 टीमों को मैदान उतारा है, जो प्रत्याशियों और उनके स्वजन की हर गतिविधि पर नजर रखेंगी।
प्रत्याशियों के गतिविधि पर गोपनीय तरीके से नजर रखने के लिए पुलिस और प्रशासनिक कर्मचारियों की 25 एसएसटी और 25 एफएसटी की टीमें बनाई हैं। प्रत्येक विधानसभा में छह से सात टीमों को रखा जाएगा। एसएसटी टीम को निश्चित स्थान दे दिया है, जबकि एफएसटी टीम का काम एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचकर वाहनों और प्रत्याशियों की गतिविधियों को चेक करना होगा। आदर्श आचार संहिता का पालन नहीं करने वाले प्रत्याशियों और उनके कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई की जाएगी। टीम के सभी सदस्य हर घटना का वीडियो बनाएंगे। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि किसी को भी कानून नहीं तोड़ने दिया जाएगा। कानून व्यवस्था प्रभावित करने वाले 150 नंबर सर्विलास पर
कानून व्यवस्था बनाए रखने को पुलिस सर्विलास का सहारा भी ले रही है। संदेह के आधार पर पुलिस ने करीब 150 मोबाइल नंबर सर्विलास पर लिए हैं। माना जा रहा है कि उक्त मोबाइल नंबरों को प्रयोग करने वाले कानून व्यवस्था प्रभावित कर सकते हैं। ऐसे में उनके मोबाइल नंबरों से पुलिस जानकारी जुटाकर अपराध रोकेगी। ये मोबाइल नंबर शहर और देहात दोनों ही विधानसभाओं से लिए गए हैं।