कोरोना काल में मधुमेह की बीमारी पर रखें खास नजर, नियमित योग से होगा फायदा
डाक्टर की सलाह कोरोना वायरस संक्रमण के आज के दौर में मधुमेह काफी खतरनाक है। यह रोग मनुष्य को अंदर ही अंदर खोखला कर देता है।आयुर्वेदाचार्य डा. अर्जुन राज ने आयुर्वेदिक दवाओं के सेवन पर दिया जोर। खून में ग्लूकोज स्तर का रखें ख्याल करें नियमित व्यायाम व योग प्राणायाम।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण ने लोगों को जकड़ रखा है। इन हालात में अपने आप को संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी है कि मधुमेह तथा अन्य बीमारियों से भी बचाव किया जाए। आयुर्वेदाचार्य डा. अर्जुन राज ने खून में ग्लूकोज स्तर का ख्याल रखने तथा नियमित व्यायाम व योग प्राणायाम करते रहने ही सलाह दी। आयुर्वेदाचार्य डा. अर्जुन राज का कहना है कि स्वास्थ्य को लेकर आज के दौर में सभी काफी सजग हैं। लेकिन डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसा रोग है जो दबे पांव हमला करता है। कोरोना वायरस संक्रमण के आज के दौर में मधुमेह काफी खतरनाक है। यह रोग मनुष्य को अंदर ही अंदर खोखला कर देता है। मेडिकल लैंग्वेज में इसे डाइबिटीज मेलाइटस कहा जाता है।
शरीर में कैसे होती है मधुमेह की शुरुआत
आयुर्वेदाचार्य डा. अर्जुन राज के अनुसार हमारे पेट में पीछे अग्नाश्य ग्रंथि होती है। इस ग्रंथि में इंसुलिन बनाने वाले उत्तक को आइलेट्स आफ लैंगरहंस कहा जाता है। इन आइलेट्स में बीटा सैल्स होती हैं जो इंसुलिन नाम के हार्मोन निर्माण करती है। जब पैंक्रियाज से इंसुलिन कम मात्रा में निकल रहा हो अर्थात इंसुलिन अवरोध की स्थिति हो, तो खून में ग्लूकोज का स्तर तो बढने लगता है, लेकिन इंसुलिन की कमी से यह ग्लूकोज खून से कोशिकाओं में नहीं जा पाता और बढने लगता है। इसी स्थिति का नाम डायबिटीज या मधुमेह है।
शरीर में कैसे करें मधुमेह को कंट्रोल
आयुर्वेदाचार्य डा. अर्जुन राज के मुताबिक मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए नियमित व्यायाम व योग तथा प्राणायाम एवं तीन-चार किमी. तक तेज गति से चलना चाहिए। आहार नियंत्रण व दिनचर्या का भी सही तरीके से पालन करना होगा। जीवनचर्या में बदलाव धूम्रपान, तंबाकू शराब तथा तनाव से मुक्त रहना जरूरी है। उन्होंने बताया कि यदि मधुमेह पर अंकुश लग जाए जो कोरोना वायर संक्रमण् की दिक्कत भी कम हो जाती हैं।