हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल खरखौदा पहुंचा शिव भक्त, नहीं रोक पाई दो राज्यों की पुलिस
शिवभक्त हरिद्वार से गंगा जल लेकर चला भी आया और पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी। उधर मेरठ-मुज्जफरनगर सीमा पर शिवभक्तों के स्वागत का होर्डिंग नहीं हटाया गया है।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना माहामारी के कारण इस साल श्रावण मास की कांवड़ यात्रा को लेकर तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक के बाद स्थगित कर दिया गया है। इसके बाद से ही जगह-जगह से कांवड़ियों को वापस भेजा जाने लगा। साथ ही इस संबंध में पुलिस की सतर्कता भी बढ़ा दी गई। लेकिन मेरठ में एक ऐसा मामला सामने आया है। जहां एक कांवडि़या गंगा जल लेकर आ भी गया और दो राज्यों की पुलिस कुछ कर ना सकी और न ही इस संबंध में भनक भी लगी।
कार्यप्रणाली पर उठा सवाल
दो राज्यों की पुलिस की सतर्कता को दरकिनार कर हापुड़ जनपद के गांव ककोड़ी निवासी गोविंदा हरिद्वार से गंगाजल लेकर रविवार को खरखौदा पहुंचा। गोविंदा ने बताया कि 24 जून को उसने हरिद्वार से जल उठाया था। खरखौदा पहुंचने पर लोगों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए है। लोगों का कहना है कि इस प्रकार लापरवाही रही तो कांवड़ यात्रा को रोक पाना पुलिस-प्रशासन के बस की बात नहीं होगी। जब गोविंदा ने थाना खरखौदा पार किया उस समय थाने पर जिला स्तर के पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी बैठे थे।
नहीं हटा है शिवभक्तों के स्वागत का होर्डिंग
वहीं पुलिस की लापरवाही का एक और मामला सामने आया है। नगर में शिवभक्तों के प्रवेश पर स्वागत करता हुआ होर्डिंग लगा हुआ है। मेरठ मुज्जफरनगर सीमा पर दौराला थाना क्षेत्र में शिव भक्तों के स्वागत के लिए लगा गत वर्ष का लगा होर्डिंग वर्तमान में भी लगा है। जिसे प्रशासन ने नहीं हटवाया है।