जेई ने ठेकेदार से मांगी दस लाख रिश्वत,बोला-दो लाख में क्या एक करोड़ के पेमेंट करा लोगे? Meerut News
मंडी परिषद के एक अवर अभियंता और ठेकेदार की बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। इसमें जेई ने ठेकेदार से दस लाख रुपए रिश्वत की मांग की है। मामले की जांच हो रही है।
By Ashu SinghEdited By: Published: Wed, 26 Jun 2019 11:01 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jun 2019 11:01 AM (IST)
मेरठ,जेएनएन। आवास विकास परिषद के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी द्वारा प्रॉपर्टी डीलर से 25 लाख रुपये रिश्वत मांगे जाने का प्रकरण अभी शांत भी नहीं हुआ था कि मंडी परिषद के अवर अभियंता और ठेकेदार की बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया है। ठेकेदार ने अवर अभियंता पर भुगतान के बदले रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की है। हालांकि विभागीय अधिकारी जेई के बचाव में उतर आए हैं।
फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी
मुख्यमंत्री से की गई शिकायत में दीवान एसोसिएट्स फर्म के रवि चौधरी का कहना है कि उसने मंडी परिषद से अख्तियारपुर, दौराला, सिंधावली समेत सात स्थानों पर सड़क निर्माण का 1,25,77,020 रुपये का ठेका लिया था। अवर अभियंता धर्मवीर पुंडीर ने इस मामले में 2,35,000 रुपये रिश्वत ली। अभी उनका 40 लाख रुपये का भुगतान बकाया है। बकाया भुगतान के लिए दस लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। रिश्वत नहीं देने पर अवर अभियंता ने भुगतान रोकने और फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दी है।
अपने बचाव में यह कहा जेई ने
ठेकेदार ने अवर अभियंता से हुई बातचीत का ऑडियो भी भेजा है। इस संबंध में अवर अभियंता धर्मवीर पुंडीर का कहना है कि ठेकेदार ने निर्धारित प्रावधान के मुताबिक बिल नहीं दिए हैं। इसी लिए भुगतान नहीं हो पाया है। दबाव बनाने के लिए ठेकेदार उनकी झूठी शिकायत कर रहा है। डेढ़ साल पहले ही शिकायत की गई थी। ऑडियो फर्जीवाड़ा करके तैयार किया गया है। मंडी परिषद के निर्माण विभाग के उपनिदेशक विजयपाल सिंह का कहना है कि जांच में ठेकेदार के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। बिलों में गड़बड़ी के चलते भुगतान नहीं हो पाया।
वायरल हुए ऑडियो में वार्ता के अंश
ठेकेदार और अवर अभियंता के बीच हुई बातचीत की कई आडियो वायरल हुई हैं। इसमें सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार की झलक है। अधिकारी ऑडियो को पुराना बता रहे हैं। एक ऑडियो में अवर अभियंता ने ऑडिट टीम को देने के लिए एक लाख रुपये की मांग की है।
अवर अभियंता : रवि जी, कहां पर हो, यार वो काम करा दो, ऑडिट आया हुआ है।
ठेकेदार : सर केवल एक लाख हो पाए हैं।
अवर अभियंता : यार कुछ बढ़ाओ..वजह यह है कि दो उन्हीं को देने हैं, आफिस आ जाना।
एक अन्य ऑडियो में हुई बातचीत
ठेकेदार : सर बजट का पैसा नहीं दिया आपने
अवर अभियंता : जमा करा दो..
ठेकेदार : अपने जब कहा, दिए नहीं मैने ?
अवर अभियंता : जो दिए, वह जहां जाने थे चले गए। दो लाख में क्या एक करोड़ के पेमेंट करा लोगे?
इनका कहना है
जेई और ठेकेदार के बीच हुई बातचीत के ऑडियो की जांच कराई जा रही है।
- एसएन मिश्र, मुख्य अभियंता मंडी परिषद
फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी
मुख्यमंत्री से की गई शिकायत में दीवान एसोसिएट्स फर्म के रवि चौधरी का कहना है कि उसने मंडी परिषद से अख्तियारपुर, दौराला, सिंधावली समेत सात स्थानों पर सड़क निर्माण का 1,25,77,020 रुपये का ठेका लिया था। अवर अभियंता धर्मवीर पुंडीर ने इस मामले में 2,35,000 रुपये रिश्वत ली। अभी उनका 40 लाख रुपये का भुगतान बकाया है। बकाया भुगतान के लिए दस लाख रुपये की रिश्वत मांगी जा रही है। रिश्वत नहीं देने पर अवर अभियंता ने भुगतान रोकने और फर्म को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दी है।
अपने बचाव में यह कहा जेई ने
ठेकेदार ने अवर अभियंता से हुई बातचीत का ऑडियो भी भेजा है। इस संबंध में अवर अभियंता धर्मवीर पुंडीर का कहना है कि ठेकेदार ने निर्धारित प्रावधान के मुताबिक बिल नहीं दिए हैं। इसी लिए भुगतान नहीं हो पाया है। दबाव बनाने के लिए ठेकेदार उनकी झूठी शिकायत कर रहा है। डेढ़ साल पहले ही शिकायत की गई थी। ऑडियो फर्जीवाड़ा करके तैयार किया गया है। मंडी परिषद के निर्माण विभाग के उपनिदेशक विजयपाल सिंह का कहना है कि जांच में ठेकेदार के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। बिलों में गड़बड़ी के चलते भुगतान नहीं हो पाया।
वायरल हुए ऑडियो में वार्ता के अंश
ठेकेदार और अवर अभियंता के बीच हुई बातचीत की कई आडियो वायरल हुई हैं। इसमें सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार की झलक है। अधिकारी ऑडियो को पुराना बता रहे हैं। एक ऑडियो में अवर अभियंता ने ऑडिट टीम को देने के लिए एक लाख रुपये की मांग की है।
अवर अभियंता : रवि जी, कहां पर हो, यार वो काम करा दो, ऑडिट आया हुआ है।
ठेकेदार : सर केवल एक लाख हो पाए हैं।
अवर अभियंता : यार कुछ बढ़ाओ..वजह यह है कि दो उन्हीं को देने हैं, आफिस आ जाना।
एक अन्य ऑडियो में हुई बातचीत
ठेकेदार : सर बजट का पैसा नहीं दिया आपने
अवर अभियंता : जमा करा दो..
ठेकेदार : अपने जब कहा, दिए नहीं मैने ?
अवर अभियंता : जो दिए, वह जहां जाने थे चले गए। दो लाख में क्या एक करोड़ के पेमेंट करा लोगे?
इनका कहना है
जेई और ठेकेदार के बीच हुई बातचीत के ऑडियो की जांच कराई जा रही है।
- एसएन मिश्र, मुख्य अभियंता मंडी परिषद
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