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मेरठ में मुसीबत बना जाम: रैपिड रेल के साथ ही ये चीजें भी जाम के लिए बन रही वजह

देश की पहली रैपिड रेल परियोजना दिल्ली से मेरठ के बीच आकार ले रही है। इसे वर्ष 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। रैपिड रेल के काम के साथ मेरठ शहर की रफ्तार भी बनी रहे इस कारण रूट डायवर्ट हुआ। पर अब जाम से लोग बेहाल हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Sun, 22 Aug 2021 02:01 PM (IST)Updated: Sun, 22 Aug 2021 02:01 PM (IST)
मेरठ में मुसीबत बना जाम: रैपिड रेल के साथ ही ये चीजें भी जाम के लिए बन रही वजह
डायवर्जन होने से जाम से जूझ रहा मेरठ।

जागरण संवाददाता, मेरठ। देश की पहली रैपिड रेल परियोजना दिल्ली से मेरठ के बीच आकार ले रही है। इसे वर्ष 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। लिहाजा कार्य पूरी गति से चल रहा है। रैपिड रेल के काम के साथ मेरठ शहर की रफ्तार भी बनी रहे, इसलिए दिल्ली रोड पर रूट डायवर्जन की व्यवस्था लागू की गई है। इस व्यवस्था को लागू हुए 22 दिन हो गए लेकिन जाम का समाधान नहीं निकल पा रहा। रोजाना लोगों को जाम से दो चार होना पड़ रहा है। उधर, जोरी माइल से आगे मोदीपुरम तक भी कार्य प्रगति पर है। वहां रूट डायवर्जन तो नहीं हुआ है लेकिन मार्ग संकरा हो गया है जिससे जाम लगता रहता है।

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कागजों में मजबूत, जमीन पर जाम

एनसीआरटीसी ने रैपिड रेल के निर्माण की जिम्मेदारी दो कंपनियों एलएंडटी और एफकान को दी है। काम की शुरुआत से पहले इन कंपनियों के अधिकारियों ने डीएम और एसएसपी से संपर्क किया था। एसएसपी ने व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी एसपी ट्रैफिक को दी थी। कई बार एसपी ट्रैफिक और कंपनी के अधिकारियों ने स्थलीय निरीक्षण किया। कई बैठकें हुईं। दिल्ली से भी ट्रैफिक इंजीनियर बुलाए गए। कई बार ट्रायल भी हुआ। उन्होंने अपनी रिपोर्ट देकर डायवर्जन करने के लिए कहा था। उन्होंने बताया था कि कहां से ट्रैफिक आएगा और कहां निकलेगा। कागजों पर सब कुछ बढ़िया था, लेकिन जब यह प्लान सड़क पर उतरा तो जाम ही जाम नजर आया। हालांकि कुछ दिन पहले फिर से ट्रैफिक इंजीनियरों को बुलाया गया। अब वर्तमान व्यवस्था में कुछ सुधार पर बात चल रही है।

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यहां सिर्फ मार्शल के सहारे है व्यवस्था

जीरो माइल से आगे बढ़ते ही सोफीपुर के पास रैपिड का काम शुरू हो जाता है। यहां सड़क चौड़ी होने की वजह से जाम की स्थिति नहीं बनती, लेकिन इससे आगे छठी वाहिनी के पास से डोरली-एकता नगर तक काफी जाम रहता है, क्योंकि कालोनियों के पास ही बाजार है। संकरी सड़क भी परेशानी को बढ़ा देती है। इससे निपटने के लिए सिर्फ कंपनी के मार्शल रहते हैं। जब बात हाथ से निकल जाती है, तब पल्लवपुरम पुलिस पहुंचती हैं। परिवहन कालोनी से मोदीपुरम फ्लाईओवर तक और एसडीएस ग्लोबल हास्पिटल के पास भी काम चल रहा है। यहां भी जाम लगता है। यहां भी मार्शल रहते हैं।

अतिक्रमण भी बन रहा है जाम लगने की बड़ी वजह

रैपिड रेल का काम अचानक शुरू नहीं हुआ है। लेकिन न तो काम शुरू होने से पहले और न ही बाद में अतिक्रमण पर कोई चाबुक चला। ट्रांसपोर्ट नगर के साथ ही दिल्ली रोड और बागपत रोड पर अतिक्रमण की स्थिति आज भी पहले जैसी है। ट्रैफिक पुलिस ने ट्रांसपोर्ट नगर में गाड़ियों को डिवाइडर से 12-12 फीट दूर रहने का निर्देश दिया था, लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। जाम की एक बड़ी वजह यह भी है।

बदहाल सड़कों पर ध्यान नहीं

दिल्ली रोड से जैसे ही वाहन डायवर्ट होकर ट्रांसपोर्ट नगर में जाता है, चालकों का सामना बदहाल सड़कों से होता है। बागपत रोड पर भी कई जगह गड्ढे हैं। रही सही कसर बारिश के बाद जलभराव से पूरी हो जाती है। लोग गड्ढे और जलभराव से बचने के लिए धीरे चलते हैं, जिससे जाम लगता रहता है।

हर दिन एक-सी व्यवस्था

दिल्ली रोड पर सुबह से रात तक वाहनों का दबाव रहता है, इसलिए डायवर्जन को संभालने के लिए हर दिन एक-सी व्यवस्था रहती है। सुबह से शुरू होने वाली ड्यूटी रात 10 बजे तक चलती है। दो शिफ्ट में कर्मचारी मौजूद रहते हैं। हालांकि शुरुआती दिनों के मुकाबले अब जाम कम लगता है, लेकिन पूरी तरह से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। खासकर सोमवार को स्थिति खराब ही रहती है।

ऐसे किया गया है रूट डायवर्जन

रैपिड रेल कार्य के चलते दिल्ली रोड पर ट्रांसपोर्ट नगर से रूट डायवर्जन किया गया है। वाहनों को बागपत रोड पर थाने के पास निकाला गया है। यह रास्ता करीब एक किमी का है। यहां से जब फुटबाल चौराहे की ओर जाते हैं तो सात सौ से आठ सौ मीटर की दूरी है। वहीं, दूसरी ओर मलियाना चेकपोस्ट तक तकरीबन दो किमी की दूरी है। इस पूरे दो से तीन किमी के दायरे में जाम न लगे, इसलिए ट्रैफिक पुलिस के 21, थाना पुलिस के 11 और कंपनी के 10 मार्शल लगे हुए हैं। सभी की दो शिफ्ट में ड्यूटी रहती है, बावजूद इसके जाम से छुटकारा नहीं मिल रहा है। या यूं कहें कि लंबी चौड़ी फौज का सही से इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। हालांकि अब जाम का एक ही बड़ा केंद्र है, वो है थाने के पास टी-प्वाइंट। यहां पर हर वक्त पुलिसकर्मी मौजूद रहते हैं, लेकिन जब ट्रांसपोर्ट नगर से वाहनों को निकाला जाता है, तब बागपत रोड और फुटबाल चौराहे से आने वाले ट्रैफिक को रोक दिया जाता है, जिससे जाम लगता है। बस इसका ही समाधान नहीं हो पा रहा है।

एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा: दिल्ली रोड पर रैपिड रेल कार्य के चलते डायवर्जन किया गया है। इसके लिए ट्रांसपोर्ट नगर के दोनों गेट, धर्म कांटे के पास, फुटबाल चौक समेत मलियाना चेक पोस्ट पर भी ड्यूटी लगाई गई है। शुरुआत में जाम की स्थिति थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है। कभी कभार वाहनों के दबाव से दिक्कत होती है, जिसका ट्रैफिक पुलिसकर्मी समाधान कर देते हैं। जब कभी जाम लगता है, तब कर्मचारियों की संख्या बढ़ा भी दी जाती है। मैं खुद भी निरीक्षण करता हूं। लोगों को परेशानी न हो, इसका ध्यान रखा जा रहा है। 


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