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रिश्वत लेकर भेजा जेल, खाकी ने फिर किया खेल

ईमानदारी का चोला और कर्तव्यनिष्ठता का बखान। लेकिन, हकीकत इससे अलहदा। बीते दो दिनों में टीपीनगर थाना पुलिस की यह तस्वीर सामने आई है। आरोप हाकिम पर नहीं है। मुलाजिमों ने कारनामा किया है। सटोरिये को छोड़ने के लिए सिपाहियों ने रिश्वत ले ली। लेकिन, ईमानदारी दिखाते हुए इंस्पेक्टर ने उसे जेल भेजा तो राज खुल गया। शिकायत कप्तान तक पहुंच गई है। अधिकारियों का कहना है कि आरोप सही निकले तो सिपाहियों पर निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 06:00 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 06:00 AM (IST)
रिश्वत लेकर भेजा जेल, खाकी ने फिर किया खेल
रिश्वत लेकर भेजा जेल, खाकी ने फिर किया खेल

मेरठ : ईमानदारी का चोला और कर्तव्यनिष्ठता का बखान। लेकिन, हकीकत इससे अलहदा। बीते दो दिनों में टीपीनगर थाना पुलिस की यह तस्वीर सामने आई है। आरोप हाकिम पर नहीं है। मुलाजिमों ने कारनामा किया है। सटोरिये को छोड़ने के लिए सिपाहियों ने रिश्वत ले ली। लेकिन, ईमानदारी दिखाते हुए इंस्पेक्टर ने उसे जेल भेजा तो राज खुल गया। शिकायत कप्तान तक पहुंच गई है। अधिकारियों का कहना है कि आरोप सही निकले तो सिपाहियों पर निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी।

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मोहकमपुर निवासी अनुज का कहना है कि गत 16 सितंबर की रात 8 बजे टीपीनगर पुलिस उसके पिता राजकुमार को उठाकर ले गई थी। थाने जाने पर एक दलाल ने सेटिंग करके छुड़वाने की बात कही। दलाल ने सिपाही अमित, पवन और मोहित को बुलवा लिया, जिन्होंने उसके पिता को छोड़ने के लिए 60 हजार रुपये मांगे। 19 सितंबर की सुबह 11 बजे सिपाहियों को 60 हजार रुपये दे दिए गए, लेकिन इसके बावजूद शाम को उसके पिता को जेल भेज दिया गया। पैसे मांगने पर सिपाहियों उसे झूठे मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दे डाली। अनुज का कहना है कि बुधवार देर शाम को वह एसएसपी आवास पर शिकायत देने गया।

डेढ़ लाख रुपये महीना देते हैं मेरे पिता : सटोरिये का बेटा

अनुज ने बेबाकी से बताया कि उसके पिता जुआ-संट्टे का काम करते हैं। इसकी एवज में एक सिपाही को 80 हजार प्रतिमाह देने के अलावा यूपी-100 की दो गाड़ियों, फैंटम को भी रकम जाती है। कुल मिलाकर महीने का डेढ़ लाख रुपया बैठता है। पैसे लेकर भी जेल भेज दिया, यह कहां का न्याय है। इन्होंने कहा--

नौ दिन पहले चार्जं संभालते ही स्टाफ को निर्देश दिए थे कि किसी भी सूरत में जुआ, संट्टे व नशे का कारोबार नहीं चलेगा। हो सकता है कि सिपाहियों पर झूठे आरोप लगाए गए हों। जांच कर ली जाएगी।

-डालचंद, टीपीनगर थानाध्यक्ष सीओ को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। आरोप सही साबित हुए तो सिपाहियों पर निश्चित तौर पर कार्रवाई की जाएगी।

-रणविजय सिंह, एसपी सिटी


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