ITBP कमांडो की संदिग्ध हालात में मौत, बेटे के कुआं पूजन में आया था गांव
बेटे के कुआं पूजन कार्यक्रम के लिए छुट्टी लेकर गांव आए आइटीबीपी कमांडो की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। कमांडो जितेंद्र चौहान चंडीगढ़ हेडक्वार्टर में तैनात था।
By Ashu SinghEdited By: Published: Tue, 22 Jan 2019 05:21 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 05:21 PM (IST)
मेरठ, जेएनएन। मवाना थानान्तर्गत ततीना गांव में बेटे के कुआं पूजन समारोह में शामिल होने छुट्टी पर आए आइटीबीपी कमांडो की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह चंडीगढ़ हेडक्वार्टर में तैनात था। सीओ ने बताया कि शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
2012 में हुआ था भर्ती
ततीना निवासी बृजपाल सिंह चौहान का इकलौता बेटा जितेंद्र चौहान (27वर्ष) 2012 में आइटीबीपी में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था। कमांडो की ट्रेनिंग के बाद उसकी तैनाती चंडीगढ़ हेडक्वार्टर में हो गई। मार्च 2018 में शादी के बाद पत्नी स्वाति और अन्य परिजनों को भी साथ ले गया। करीब सवा माह पूर्व बेटे के जन्म पर दस दिन पूर्व कुआं पूजन के लिए जितेंद्र एक माह की छुट्टी लेकर गांव आया हुआ था। सोमवार को पूजन के बाद शाम को अचानक वह लापता हो गया। घंटों बाद मंदिर के पास गंभीर अवस्था में पड़ा मिला। परिजन तत्काल उसे मवाना ले गए जहां हालत गंभीर होने के कारण मेरठ के लिए रेफर कर दिया। उसे कंकरखेड़ा स्थित कैलाशी हास्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई।
कीटनाशक खाने का अंदेशा
मंगलवार दोपहर जितेंद्र का चाचा वीरपाल थाने पहुंचा और कीटनाशक खाने से मौत की सूचना दी। सीओ पंकज कुमार ने बताया कि जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया है, लेकिन कीटनाशक खाने के कारण मौत पर परिजन चुप हैं। गृह क्लेश का मामला सामने आ रहा है।
2012 में हुआ था भर्ती
ततीना निवासी बृजपाल सिंह चौहान का इकलौता बेटा जितेंद्र चौहान (27वर्ष) 2012 में आइटीबीपी में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था। कमांडो की ट्रेनिंग के बाद उसकी तैनाती चंडीगढ़ हेडक्वार्टर में हो गई। मार्च 2018 में शादी के बाद पत्नी स्वाति और अन्य परिजनों को भी साथ ले गया। करीब सवा माह पूर्व बेटे के जन्म पर दस दिन पूर्व कुआं पूजन के लिए जितेंद्र एक माह की छुट्टी लेकर गांव आया हुआ था। सोमवार को पूजन के बाद शाम को अचानक वह लापता हो गया। घंटों बाद मंदिर के पास गंभीर अवस्था में पड़ा मिला। परिजन तत्काल उसे मवाना ले गए जहां हालत गंभीर होने के कारण मेरठ के लिए रेफर कर दिया। उसे कंकरखेड़ा स्थित कैलाशी हास्पिटल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई।
कीटनाशक खाने का अंदेशा
मंगलवार दोपहर जितेंद्र का चाचा वीरपाल थाने पहुंचा और कीटनाशक खाने से मौत की सूचना दी। सीओ पंकज कुमार ने बताया कि जवान के शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया है, लेकिन कीटनाशक खाने के कारण मौत पर परिजन चुप हैं। गृह क्लेश का मामला सामने आ रहा है।
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