इसरो को चाहिए युवा विज्ञानी, यदि आप तैयार हैं, तो करें ऑनलाइन आवेदन
इसरो ने इसी साल यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम यानी युवा विज्ञानी कार्यक्रम की शुरुआत की है। इसमें नौवीं कक्षा उत्तीर्ण कर चुके छात्र पात्र होंगे व दो सप्ताह तक इसरों केंद्र में रहेंगे।
मेरठ, [अमित तिवारी]। भारतीय वैज्ञानिकों ने बुधवार को ही अंतरिक्ष में एंटी सेटेलाइट मिसाइल का प्रयोग कर दुनिया को अपनी तकनीकी ताकत से रूबरू कराया। यदि आपको भी स्पेस टेक्नोलॉजी, स्पेस साइंस और स्पेस एप्लीकेशंस आकर्षित करते हैं, तो इसरो यानी इंडियन स्पेस रिसर्च आर्गनाइजेशन आपका इंतजार कर रहा है।
इसरो ने इसी साल यंग साइंटिस्ट प्रोग्राम यानी युवा विज्ञानी कार्यक्रम (युविका) की शुरुआत की है। केंद्र सरकार के ‘जय विज्ञान जय अनुसंधान’ के तहत इसरो के ‘कैच देम यंग’ अभियान के अंतर्गत विज्ञान और वैज्ञानिक गतिविधियों में रुचि रखने वाले कल के वैज्ञानिकों को तलाशने और उन्हें अंतरिक्ष की गतिविधियों से जोड़ना है।
अंतरिक्ष से जुड़ने को मिलेंगे दो सप्ताह
इसरो के युविका प्रोग्राम के अंतर्गत बाल वैज्ञानिकों को दो सप्ताह तक इसरो में अंतरिक्ष विज्ञान की गतिविधियों को जानने, समझने और जुड़ने का अवसर मिलेगा। यह कार्यक्रम इसरो के चार केंद्रों पर चलाया जाएगा। मई के दूसरे पखवाड़े में चयनित बच्चों को इसरो सेंटरों पर ले जाया जाएगा। इस दौरान बच्चों को देश के जाने-माने वैज्ञानिकों को सुनने और मिलने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही इसरो की तकनीकी व्यवस्था और उन्नत केंद्रों का भ्रमण, विशेषज्ञों के साथ वार्तालाप और प्रैक्टिकल देखने का मौका मिलेगा।
चयन का आधार
- आठवीं कक्षा में एकेडमिक प्रदर्शन : 50 फीसद
- साइंस क्लब व स्पेस क्लब में सदस्यता : 05 फीसद
- विज्ञान आधारित प्रतियोगिताओं में पुरस्कार : 10 फीसद
- खेलकूद प्रतियोगिताओं में पदक व पुरस्कार : 10 फीसद
- स्काउट-गाइड, एनसीसी, एनएसएस सदस्य : 05 फीसद
- पंचायत क्षेत्र के ग्रामीण स्कूलों के छात्र : 20 फीसद
इसरो वहन करेगा सारा खर्च
दो सप्ताह व्यापी युविका कार्यक्रम के चयनित बच्चों के आने-जाने, ठहरने आदि का पूरा खर्च इसरो ही वहन करेगा। पूरे कोर्स के दौरान चयनित सभी बच्चों को इसरो के चार केंद्रों में विभाजित किया जाएगा, जहां उन्हें ट्रेनिंग के दौरान विभिन्न चरणों से गुजरना होगा। इस कार्यक्रम के लिए छात्र-छात्राएं www.isro.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
तीन अप्रैल अंतिम तिथि
इस कार्यक्रम में हर प्रदेश से बच्चों को चयनित किया जाएगा। इसमें यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आइसीएसई के बच्चे आवेदन कर सकते हैं। रिक्त सीटों के लिए आवेदन प्रक्रिया को 25 मार्च से शुरू किया गया है। सत्र 2018-19 में कक्षा नौवीं पास कर वर्तमान में 10वीं में दाखिला ले चुके या लेने की तैयारी कर रहे छात्र-छात्रएं तीन अप्रैल को शाम छह बजे इसरो की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कक्षा आठवीं में पढ़ रहे बच्चे इस साल आवेदन नहीं कर सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले बच्चों को चयन में प्राथमिकता दी जाएगी। यदि बच्चों के चयन में टाई होता है तो कम उम्र वाले बच्चों को प्राथमिकता के साथ चयनित किया जाएगा। चयनित बच्चों की प्राथमिक सूची छह अप्रैल को जारी की जाएगी। प्राथमिक तौर पर चयनित बच्चों को ई-मेल से कागजातों को भेजना होगा। उसके बाद अंतिम रूप से चयनित बच्चों की सूची 13 अप्रैल को जारी की जाएगी।