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एक सप्ताह में गंगनहर पटरी के लिए भूमि की रिपोर्ट सौंपेगा सिंचाई विभाग

कांवड़ गंगनहर पटरी के नव-निर्माण के लिए केंद्र सरकार की टीम के निरीक्षण के बाद सिंचाई विभाग को एक सप्ताह के भीतर भूमि की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। दो दिन पूर्व ही केंद्र की टीम ने अधिकारियों के साथ मेरठ समेत जिलों में निरीक्षण किया था।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Thu, 16 Sep 2021 04:20 PM (IST)Updated: Thu, 16 Sep 2021 04:20 PM (IST)
एक सप्ताह में गंगनहर पटरी के लिए भूमि की रिपोर्ट सौंपेगा सिंचाई विभाग
एक सप्ताह में गंगनहर पटरी के लिए भूमि की रिपोर्ट सौंपेगा सिंचाई विभाग

जागरण संवाददाता, मेरठ। कांवड़ गंगनहर पटरी के नव-निर्माण के लिए केंद्र सरकार की टीम के निरीक्षण के बाद सिंचाई विभाग को एक सप्ताह के भीतर भूमि की रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। दो दिन पूर्व ही केंद्र सरकार की टीम ने वन विभाग, लोक निर्माण विभाग व सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ मेरठ समेत तीनों जिलों में संयुक्त निरीक्षण किया था।

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सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता नीरज कुमार लांबा ने बताया कि बांयी ओर गंगनहर पटरी के नव-निर्माण में जिस भूमि पर निर्माण होना है। उस संबंधित भूमि के लिए उसकी रिपोर्ट तैयार कर भेजने के निर्देश मिले हैं। इसमें भूमि का पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है।

बीते मंगलवार को केंद्र सरकार के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से कांवड़ गंगनहर पटरी का निरीक्षण करने के लिए एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कन्जरवेटर बिवास रंजन मेरठ पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान वन विभाग से पेड़ों के घनत्व आदि के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। पिछले वर्ष शासन ने मेरठ, मुजफ्फरनगर व गाजियाबाद में 111.14 किमी लंबी कांवड़ गंगनहर पटरी के निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग को 628.74 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की थी। 


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