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मेरठ: 38 पुलों के निर्माण के लिए टेंडर जारी करेगा सिंचाई विभाग, जानिए गंगनहर पटरी के नव-निर्माण की क्या है पूरी तैयारी

गंगनहर पटरी के दोहरीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम के बाद अब सिंचाई विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है। कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग के दांयी ओर दोहरीकरण के लिए शासन ने 100 करोड़ की पहली किश्त के साथ शासनादेश जारी किया था।

By Taruna TayalEdited By: Published: Thu, 25 Mar 2021 01:26 PM (IST)Updated: Thu, 25 Mar 2021 01:26 PM (IST)
मेरठ: 38 पुलों के निर्माण के लिए टेंडर जारी करेगा सिंचाई विभाग, जानिए गंगनहर पटरी के नव-निर्माण की क्या है पूरी तैयारी
गंगनहर पटरी के नव-निर्माण की पूरी तैयारी।

मेरठ, जेएनएन। गंगनहर पटरी के दोहरीकरण के लिए लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम के बाद अब सिंचाई विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है। सिंचाई विभाग की जिम्मेदारी पर बनने वाले पुलों के निर्माण के लिए जल्द ही टेंडर जारी होने जा रहा है। बता दें कि कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग के दांयी ओर दोहरीकरण के लिए शासन ने 100 करोड़ की पहली किश्त के साथ शासनादेश जारी किया था। मुजफ्फरनगर से गाजियाबाद तक दांयी ओर पटरी के नव-निर्माण की लागत 628.74 करोड़ है। इसकी लंबाई 111.49 किमी है। गंगनहर पटरी नव-निर्माण के लिए नोडल लोक निर्माण विभाग ने दूसरी किश्त जारी करने के लिए शासन को पत्र लिखा है। दूसरी किश्त 150 करोड़ की जारी की जाएगी। लोक निर्माण विभाग के साथ सेतु निगम व सिंचाई विभाग गंगनहर पटरी का नव-निर्माण करेंगे। इसमें पुलों, फ्लाई ओवर व ओवर ब्रिज की जिम्मेदारी सेतु निगम व सिंचाई विभाग जबकि सड़क बनाने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग के पास है। लोक निर्माण विभाग को नोडल के रूप में निर्माण की सामूहिक जिम्मेदारी सौंपी गई है।

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सिंचाई विभाग करेगा 38 पुलों का निर्माण

गंगनहर पटरी के दोहरीकरण में सिंचाई विभाग को 38 पुलों के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिनकी टेंडर प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसमें चार पुल रेलवे ओवर ब्रिज व फ्लाई ओवर समेत बड़े पुल होंगे। सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता आशुतोष सारस्वत ने बताया कि पहली किश्त की आवंटित धनराशि प्राप्त हो चुकी है। जल्द ही पुलों के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू होने जा रही है।

स्टेज वन को स्वीकृति मिलने की प्रतीक्षा

स्टेज वन के प्रस्ताव को वन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करने के बाद अब लोक निर्माण विभाग के साथ अन्य विभाग भी अपनी अगली तैयारी में जुट गए हैं। स्टेज टू में प्री-कंस्ट्रक्शन एक्टीविटी संबंधी कार्य किए जाएंगे। इसके अंतर्गत बिजली विभाग अपने पोल शिफ्ट करने के लिए एस्टीमेट तैयार करने में जुटा है, तो वहीं सेतु निगम और सिंचाई विभाग ने भी निरीक्षण करने के बाद अपने पुल व फ्लाई ओवर संबंधित निर्माण की रिपोर्ट का खाका खींचना शुरू कर दिया है।

इस तरह हुआ 100 करोड़ का वितरण

चौ. चरण सिंह कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग के दोहरीकरण में नव निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग ने शासन से जारी हुए 100 करोड़ को अलग-अलग विभागों को स्थानांतरित कर दिया है। इसमें पुल निर्माण के लिए सेतु निगम को 60 करोड़ व सिंचाई विभाग को 5 करोड़ को भेजे गए हैं। शेष 35 करोड़ की धनराशि लोक निर्माण विभाग के मुजफ्फरनगर, मेरठ और गाजियाबाद निर्माण खंड भवन को क्रमश: 15 करोड़, 15 करोड़ व 5 करोड़ कार्य शुरू करने के लिए स्थानांतरित किए गए हैं। लोक निर्माण विभाग के अलावा गंगनहर पटरी निर्माण में सेतु निगम, सिंचाई विभाग संयुक्त रूप से कार्य करेगा।

सेतु निगम ने 6.04 करोड़ से शुरू किया पुल निर्माण

उप्र राज्य सेतु निगम लि. के अंतर्गत सेतु निर्माण इकाई मेरठ ने दौराला-बरनावा सरधना मार्ग पर अपर गंगा कैनाल के चैनेज संख्या 120-119 पर सेतु का निर्माण शुरू कर दिया है। यह पुल मार्च 2021 में आरंभ किया गया। जिसके पूर्ण कार्य करने की तिथि मार्च 2022 है। सरधना विधायक संगीत सोम ने इसका शुभारंभ किया। सेतु निर्माण इकाई के उप परियोजना प्रबंधक केवी सिंह ने बताया कि इस पुल की लागत 6.04 करोड़ है। सेतु निगम के पास सात पुलों के निर्माण की जिम्मेदारी है। जिसमें मेरठ में तीन व मुजफ्फरनगर में चार पुल बनाए जाएंगे।

20 मीटर के कोरिडोर में होगा पटरी का नव-निर्माण

गंगनहर पटरी मार्ग पर वर्तमान में बांयी और यातयात सुचारू है। यह मुजफ्फरनगर से गाजियाबाद की ओर चलने पर मानक के तौर पर माना जाता है। इसी दिशा को आधार मानकर अब गंगनहर के दांयी ओर पटरी का नव-निर्माण किया जाएगा। इसमें दो मीटर का डोला छोड़कर सात मीटर सिंचाई विभाग की भूमि खाली छोड़ी जाएगी। इसके बाद सात मीटर की सड़क, एक मीटर का ड्रेन, 2.5 मीटर पटरी और 7 मीटर की दूसरी काली सड़क होगी। इस प्रकार गंगनहर पटरी का नव-निर्माण कोरिडोर 20 मीटर में व्यवस्थित होगा। दुर्घटना की आशंका को कम करने के लिए सड़क और गंगनहर के बीच सात मीटर की खाली सिंचाई विभाग की भूमि और दो मीटर डोला छोड़ने की पूर्व व्यवस्था इस प्रोजेक्ट में शामिल की गई है।

प्री-कंस्ट्रक्शन एक्टीविटी शुरू करेगा लोनिवि

वन विभाग से स्टेज 1 के प्रस्ताव की स्वीकृति मिलने के दौरान इस दौरान लोक निर्माण विभाग प्री-कंस्ट्रक्शन एक्टीविटी का काम शुरू करेगा। इसमें यूटिलिटी शिफ्टिंग, पोल शिफ्टिंग के अलावा सिंचाई विभाग व सेतु निगम अपने कार्यों को शुरू कर देगा। यह सभी कार्य प्री-कंस्ट्रक्शन एक्टीविटी के अंतर्गत किए जाएंगे।

गंगनहर पटरी नव-निर्माण के मुख्य अंश -

प्रस्तावक का नाम - मुख्यमंत्री घोषणा क्रमांक - GH11Y0000154

घोषणा की तिथि - 28-05-2018

वित्तीय व्यय समिति की बैठक में मंजूरी - 13 अक्टूबर 2020

सीएम की कैबिनेट बैठक में मंजूरी - 11 दिसंबर 2020

100 करोड़ की पहली किश्त के साथ शासनादेश जारी - 23 दिसंबर 2020

पटरी की कुल लंबाई - 111.49 किमी (मुजफ्फरनगर से मेरठ होते हुए गाजियाबाद जनपद तक)

(मु. नगर - 56.84 किमी, मेरठ - 42.30 किमी, गाजियाबाद - 12.35 किमी)

पटरी की कुल स्वीकृत लागत - 628.74 करोड़

बांयी ओर क्रैश बैरियर की लागत - 30 करोड़ (समायोजित)

वन विभाग की भूमि पर नव-निर्माण पटरी - 200 हेक्टेयर

सेतु निगम के पुल - 7 (मेरठ - 3, मुजफ्फरनगर - 4, 70 से 80 मीटर के बीच में)

सिंचाई विभाग के पुल - 38 (4 बड़े पुल)

फ्लाई ओवर - 1 (एनएच-58 को क्रॉस करने के लिए मुजफ्फरनगर में)

रेलवे ओवर ब्रिज - 1 (रेलवे लाइन को क्रॉस करने के लिए मुजफ्फरनगर में)

सड़क की चौड़ाई - 7 मीटर

गंगनहर से सड़क की दूरी - 7 मीटर

सड़क के दोनों ओर छोटा नाला - 2.5 मीटर

पटरी के कुल कोरिडोर - 20 मीटर


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