फार्म वेरीफिकेशन के नाम पर उगाही प्रकरण की जांच शुरू
प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म वेरीफिकेशन मामले में धन उगाही के मामले की जांच शुरू हो गई है।
मेरठ, जेएनएन। प्रधानमंत्री आवास योजना के फार्म वेरीफिकेशन मामले में धन उगाही के मामले की जांच शुरू हो गई है। नगरायुक्त मनीष बंसल ने अपर नगर आयुक्त श्रद्धा शांडिल्यायन को जांच का निर्देश दिया है। अपर नगर आयुक्त ने मंगलवार को नगर निगम के कर अनुभाग से जुड़े सभी कर्मचारियों से इस मामले की पूछताछ की। उनका कहना है कि अभी तक जो जांच की गई है। इसमें यह बात सामने आई है कि आरोपित कर्मचारी नगर निगम का नहीं है। शायद डूडा से संबंधित है। इस संबंध में डूडा के परियोजना अधिकारी से भी जानकारी तलब की गई है। वहीं, आउटसोर्सिग पर काम कर रही एजेंसी से भी जानकारी तलब की गई है। गौरतलब है कि दुर्गापुरम निवासी कुसुम शर्मा पत्नी योगेंद्र शर्मा ने नगरायुक्त को शिकायत पत्र भेजा है। जिसमें बताया है कि पीएम आवास योजना के तहत मकान के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है। नगर निगम से फार्म वेरीफिकेशन के लिए रविवार को दो व्यक्ति बाइक से उनके घर आए थे। उन्होंने 2500 रुपये की मांग की है। इतनी धनराशि न होने की बात पर वे मोबाइल नंबर दे गए थे। शिकायतकर्ता का कहना है कि वह व्यक्ति खुद को नगर निगम के हाउस टैक्स कर्मचारी बता रहे हैं। यह भी कह गए हैं कि रुपये नहीं दिए तो मकान नहीं दिया जाएगा।
युवती को जबरन बाइक पर बैठाने का प्रयास, वीडियो वायरल
कंकरखेड़ा क्षेत्र की मार्शल पिच के पास एक युवक पास खड़ी एक युवती का हाथ पकड़कर जबरन बाइक पर बैठाने की कोशिश कर रहा था। युवती हाथ छुड़ाकर जाने लगी, लेकिन युवक बाइक से उतरकर जबरन उसे खींच रहा था। आसपास खड़े कुछ युवकों ने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वायरल वीडियो की पुलिस ने जांच की तो दोनों मंगेतर निकले। युवती के स्वजन ने तहरीर देने से इन्कार कर दिया। वहीं, इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर ने कहा कि वायरल वीडियो के आधार पर जांच की गई तो दोनो मंगेतर निकले। मामले में किसी प्रकार की तहरीर आती है तो कार्रवाई की जाएगी।