हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिले इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के पदाधिकारी Meerut News
इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान पदाधिकारियों ने कहा कि हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के परिवारों के लिए हर संभव मदद की जाएगी।
मेरठ, जेएनएन। बीते बीस दिसंबर को मेरठ में हुई हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के पीड़ित परिवारों के लिए हर संभव मदद की जाएगी। यह बात मंगलवार को हापुड़ रोड की जाकिर कॉलोनी स्थित इकबाल हाउस में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और सांसदों ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करने के दौरान कही गई।
अल्पसंख्यकों को डराना चाहती है सरकार
लीग के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद पीके कुन्हाली कुट्टी ने कहा केंद्र सरकार एनआरसी, सीएए, राष्ट्रीय पापुलेशन रजिस्टर जैसे कानून लाकर अल्पसंख्यकों को डराना चाहती है। उन्होंने कहा देश की आजादी में मेरठ के लोगों ने शहादत दी थी। 20 दिसंबर को हुई घटना में भी पांच लोग की मौत हुई है, मरने वाले लोग शहीद के समान हैं।
सीएए को वापस कराएंगे
राज्यसभा सदस्य अब्दुल वहाब ने कहा देश की आजादी में मुसलमानों की भी भागीदारी रही है। कहा कि मोदी और अमित शाह से डरने की जरूरत नहीं है। मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कादर मोहिद्दीन ने कहा कि मुस्लिम लीग ने सीएए को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सबसे पहले जनहित याचिका दायर की थी। कपिल सिब्बल जैसे शीर्ष वकीलों से इस मसले पर बातचीत चल रही है। सुप्रीम कोर्ट से हम इस कानून को वापस कराने में जरूर कामयाब होंगे।
परिजनों से भी की मुलाकात
सांसद ईटी बशीर ने कहा आज राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष से उनकी वार्ता होनी है, जिसमें योगी सरकार के खिलाफ मानवाधिकार हनन के मामलों को उठाया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद ओवैस एडवोकेट ने किया। सांसद और मुस्लिम लीग के वरिष्ठ पदाधिकारियों का दल 20 दिसंबर को मेरठ में हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से भी मिलने के लिए गया।