India China Border Tension: भारत और चीन के बीच हिंसक झड़प में हवलदार बिपुल रॉय शहीद, पत्नी और बेटी का रो-रोकर बुरा हाल
India China Border Tension शहीद बिपुल रॉय के परिवार को सेना बंगाल भेजेगी। मेरठ छावनी में 22 डिव सिग्नल रेजिमेंट में तैनात थेे।
मेरठ, जेएनएन। चीनी सेना के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हुए सिपाही बिपुल रॉय की शहादत की सूचना रोहटा रोड स्थित कुंदन कुंज कॉलोनी में पहुंचते ही लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद बिपुल रॉय मेरठ छावनी में 2 साल पहले 22 डिव के सिगनल रेजीमेंट में तैनात थे। यहीं से लद्दाख के लिए पोस्टिंग आने पर उन्होंने पत्नी रुम्पा और 5 वर्षीय बेटी तमन्ना को मेरठ में ही किराए पर मकान लेकर रख रखा था। यही से वह पोस्टिंग के लिए लद्दाख चले गए थे।
सोमवार रात हुई घटना की जानकारी परिवार को बुधवार को मिली
सेना की ओर से भी परिवार व स्थानीय पुलिस को सूचित करने के बाद मौके पर सभी टीम पहुंच गई है। शहीद बिपुल रॉय पश्चिम बंगाल में अलीपुरद्वार के भिंडी पाड़ा गांव के रहने वाले हैं। सेना की ओर से शहीद के पार्थिव शरीर को दिल्ली लाया जाएगा। मेरठ से उनके परिवार को सेना दिल्ली लेकर जाएगी और यहां से दिल्ली में पार्थिव शरीर के साथ ही उनका परिवार भी पश्चिम बंगाल के लिए रवाना होंगे।
मम्मी पापा को तो आने दो, आप सामान कियूं बांध रही हो
सेना में सिग्नल कोर में तैनात जवान विपुल रॉय पुत्र धीरेंद्र भारत चीन के सैनिकों के बीच हुई झड़प में शहीद हो गए थे। विपुल के शहीद की सूचना जैसे ही उनके पत्नी और पड़ोसियों को मिली तो आसपास के क्षेत्र में गमगीन माहौल हो गया। पत्नी रुम्पा रॉय ने तत्काल अपना जरूरी सामान बैग और अटैची में रखना शुरू कर दिया। इसी बीच शहीद की 5 वर्षीय बेटी तमन्ना ने अपनी मां से पूछा कि हम कहां जा रहे हैं। आप सामान क्यों बांध रही हो। पापा जी को तो ड्यूटी से आने दे। इतना सुनते ही शहीद की पत्नी की आंखों में आंसू आ गए और बेटी को कलेजे से लगा लिया।