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Coronavirus In Meerut: मेडिकल कालेज मेरठ में आक्सीजन के साथ भर्ती हुए मरीजों में बढ़ी मौत की दर

कोरोनाकाल में इनदिनों सर्दी का सितम भी कहर ढहा रहा है। इन दौरान 40 फीसद ज्यादा मरीजों ने गंवाई जान। पहले कोविड वार्ड में भर्ती होने वालों में महज 25 फीसद आक्सीजन पर थे लेकिन अब अनुपात 65 फीसद तक पहुंच गया है।

By Prem BhattEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 08:00 AM (IST)
Coronavirus In Meerut: मेडिकल कालेज मेरठ में आक्सीजन के साथ भर्ती हुए मरीजों में बढ़ी मौत की दर
मेडिकल में कोविड वार्ड में सप्ताहभर से मरीजों की संख्या 120-130 तक बनी हुई है।

मेरठ, जेएनएन। कोरोना ने गर्मी और बारिश का सीजन पार कर लिया, लेकिन वायरस ने सर्दियों में सितम ढाना शुरू कर दिया है। पहले कोविड वार्ड में भर्ती होने वालों में महज 25 फीसद आक्सीजन पर थे, लेकिन अब अनुपात 65 फीसद तक पहुंच गया है। भर्ती होने वालों में अस्थमा, सीओपीडी, एलॢजक रानाइटिस, शुगर, लिवर, कैंसर व उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या ज्यादा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बेहतर रिकवरी रेट के बावजूद मौतों की संख्या बढ़ गई है।

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मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कोविड वार्ड में सप्ताहभर से मरीजों की संख्या 120-130 तक बनी हुई है। सितंबर माह में कोरोना वार्ड में मरीजों की संख्या 160 तक पहुंच गई थी, जिसमें 25-30 फीसद ही आक्सीजन पर थे। लेकिन अब 120 में से 70 से ज्यादा मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ रही है।

जून-जुलाई के दौरान कोविड वार्ड में आम मरीजों की भीड़ थी, जो अब होम आइसोलेशन ले लेते हैं। ऐसे में गंभीर मरीज ही कोविड वार्ड में भर्ती हो रहे हैं। सीएमओ की रिपोर्ट के मुताबिक एक से सात नवंबर के बीच 14, जबकि 20-27 नवंबर के बीच 21 मरीजों की मौत हुई। मेडिकल कालेज में नवंबर के पहले सप्ताह 4-10 तारीख के दौरान जहां 11 मौतें हुईं, वहीं 16-24 नवंबर के बीच 19 मरीजों की जान चली गई।


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