Meerut Coronavirus News: एक वर्ष में जितने मरीज थे, उससे दोगुने मिले सिर्फ दो महीने में, अब कोताही पड़ेगी भारी
बीते साल की दीपावली तक शांत रहने वाला कोरोना अचानक उफन पड़ा था। मार्च 2020 हो या मार्च 2021 कोरोना की चाल धीमी थी। हालांकि गर्मी बढऩे के साथ ही वायरस ने तबाही मचानी शुरू की। पहली लहर ने जून और सितंबर 2020 में कहर ढाया था।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में कोरोना की दूसरी लहर को लगभग काबू में कर लिया गया है और अब मेरठ और आसपास के सभी जिलों के साथ ही पूरा उत्तर प्रदेश कोरोना कर्फ्यू से मुक्त भी हो चुका है। इन सबके बीच हालांकि यह देखने में आ रहा है कि बाजार में लोगों की अनियंत्रित भीड़ पुराने रवैये से ही उमड़ है। मास्क और शारीरिक दूरी के नियम बुरी तरह टूट रहे हैं। यह समझना सबके लिए बेहद जरूरी है कि जरा सी असावधानी इस कोरोना वायरस को फिर संजीवनी दे जाएगी और हम सबके लिए खतरे का पहाड़ फिर खड़ा हो जाएगा। मास्क और शारीरिक दूरी के पालन के साथ ही टीकाकरण कराकर ही इस विपदा से पीछा छुड़ाया जा सकता है। वरना, ये किस तरह कहर ढाता है, आइए, आंकड़ों से जरा समझने की कोशिश करें।
वायरस ने मचाई थी तबाही
गुजरे बरस की दीपावली तक शांत रहने वाला कोरोना अचानक उफन पड़ा था। मार्च 2020 हो या मार्च 2021, कोरोना की चाल धीमी थी। हालांकि गर्मी बढऩे के साथ ही वायरस ने तबाही मचानी शुरू की। पहली लहर ने जून और सितंबर 2020 में कहर ढाया, जबकि दूसरी लहर ने अप्रैल और मई में कहर ढा दिया। दूसरी लहर पहली की तुलना में पांच से सात गुना बड़ी, संक्रामक और भयावह थी। पिछले डेढ़ माह में ही महामारी ने ऐसी भीषण तबाही मचाई जिसके निशां अमिट हैैं। हैरत की बात है कि मार्च में शांत कोरोना वायरस पूरे अप्रैल और मई माह के शुरूआती 15 दिनों में जबरदस्त तबाही मचाता है। आंकड़े बताते हैं कि पूरे मार्च में जितने संक्रमित मिले, उतने मरीज अप्रैल के पहले सप्ताह में ही मिल गए।
यह थे हालात
बात मेरठ की करें तो स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार 29 मार्च 2021 अर्थात होली तक यानी एक साल में कुल एक लाख सैंपलों की जांच हुई। इनमें 21647 लोग संक्रमित मिले थे। उसके बाद दूसरी लहर में सिर्फ दो माह में ही 45 हजार नए मरीज मिल गए। मार्च 2021 में 111722 सैंपलों की जांच हुई। इसमें महज 435 लोग संक्रमित पाए गए थे यानी 0.4 फीसद संक्रमण दर थी। वहीं एक से सात अप्रैल 2021 के बीच केवल 38476 सैंपलों की जांच में ही 589 संक्रमण के मामले 1.5 की संक्रमण दर से दर्ज किए गए। इससे साफ है कि अप्रैल की शुरुआत के साथ ही कोरोना लोगों पर हावी होने लगा था। वहीं, अगर पूरे अप्रैल माह की स्थिति पर नजर डालें तो कुल 228866 सैंपलों की जांच हुई थी, जिसमें 8.9 फीसद की पाजिटिविटी की दर से 20314 लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके अलावा मई माह में दो से आठ मई के बीच अप्रैल तक के आंकड़ों की तुलना में 20.2 फीसद की सर्वोच्च संक्रमण दर से कुल 8419 संक्रमित मिले थे। इस अवधि में कुल 41602 सैंपलों की जांच हुई थी।होली के बाद ऐसे चला कोरोना
तारीख कितने नए मरीज मिले
29 मार्च-होली 16
एक अप्रैल 64
छह अप्रैल 108
13 अप्रैल 299
19 अप्रैल 741
25 अप्रैल 1501
एक मई 1107
आठ मई 1575
15 मई 797
22 मई 394
29 मई 79
छह जून 47
माह कुल नए मरीज मौत
मार्च 2021 435 01
अप्रैल 20314 51
मई 23191 304
10 जून तक 386 35