सीसीएसयू के छात्रों के लिए जरूरी खबर, स्पेशल बैक पेपर का रिजल्ट घोषित
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और संबद्ध कालेजों में स्पेशल बैक पेपर का रिजल्ट घोषित हो गया है। इसमें बीकाम आनर्स दूसरे चौथे पांचवें सेमेस्टर बीएफए प्रथम तीसरे सेमेस्टर बीलिब पहले सेमेस्टर बीएससी माइक्रोबायोलाजी पहले दूसरे तीसरे वर्ष बीएससी बायोटेक प्रथम और तीसरे वर्ष का रिजल्ट घोषित हो गया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और संबद्ध कालेजों में स्पेशल बैक पेपर का रिजल्ट घोषित हो गया है। इसमें बीकाम आनर्स दूसरे, चौथे, पांचवें सेमेस्टर, बीएफए प्रथम, तीसरे सेमेस्टर, बीलिब पहले सेमेस्टर, बीएससी माइक्रोबायोलाजी पहले, दूसरे, तीसरे वर्ष, बीएससी बायोटेक प्रथम और तीसरे वर्ष का रिजल्ट घोषित हो गया है। बीएससी नर्सिंग पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष, बीपीई पहले, दूसरे और तीसरे वर्ष, बीपीएड पहले और दूसरे सेमेस्टर, बीपीईएस पहले, दूसरे, तीसरे, चौथे, पांचवें और छठे सेमेस्टर, बीपीटी पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे वर्ष, बीएससी केमिस्ट्री आनर्स तीसरे और पांचवें सेमेस्टर, एमएड तीसरे और चौथे सेमेस्टर, बीएमएलटी पहले, एमओटी दूसरे वर्ष, एमपीएड पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे सेमेस्टर, एमपीटी पहले और दूसरे वर्ष, एमफिल एजुकेशन पहले और दूसरे सेमेस्टर और बीपीएड प्रथम वर्ष स्पेशल बैक पेपर परीक्षा का परिणाम घोषित हो गया है। छात्र- छात्राएं वेबसाइट पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।
शोधार्थियों को मिलेंगे तीन- तीन हजार रुपये
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में नेट उत्तीर्ण पीएचडी शोधार्थियों को तीन- तीन हजार रुपये हर माह मिलेंगे। जिन अभ्यर्थियों के परिवार की वार्षिक आय पांच लाख रुपये है। उन्हें यह छात्रवृत्ति दी जाएगी। इसके लिए जिन 74 शोधार्थियों ने आवेदन किया था, उन सभी को इसका लाभ मिलेगा। जब तक शोधार्थी अपने शोध कार्य को पूरा करेंगे, तब तक उन्हें विश्वविद्यालय से यह छात्रवृत्ति मिलती रहेगी। छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. भूपेंद्र सिंह ने बताया कि आवेदन करने वाले ऐसे अभ्यर्थियों को बिल प्रोफार्मा भरकर अपने पर्यवेक्षक व प्राचार्य या विभागाध्यक्ष से सत्यापन कराकर छात्र कल्याण अधिष्ठाता कार्यालय में जमा कराएंगे। 15 जनवरी तक उन्हें इसे जमा कराना होगा। इसके बाद पहली किस्त के तौर पर नौ माह की छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा। ऐसे शोधार्थी जिनके शोध पूरे हो गए हैं, और उन्होंने अपने शोध ग्रंथ को जमा करा दिया है या फिर बीच में शोध कार्य छोड़ दिया है। उसे उसी तिथि तक की छात्रवृत्ति दी जाएगी। छात्रवृत्ति के लिए बिल का प्रोफार्मा विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।