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Illegal Liquor News: आबकारी विभाग की लापरवाही से जहरीली शराब का कारोबार सहारनपुर में फिर से न मचा दे तांडव

Illegal Liquor सहारनपुर में जहरीली शराब अपने कहर बरपा चुकी है। 2019 में अवैध शराब पीने से 50 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। इसके बाद भी अधिकारी सतर्क नहीं हैं। आबकारी विभाग जहरीली शराब को लेकर कोई कार्रवाई नहीं कर पाती।

By Prem Dutt BhattEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 09:30 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 09:30 AM (IST)
Illegal Liquor News: आबकारी विभाग की लापरवाही से जहरीली शराब का कारोबार सहारनपुर में फिर से न मचा दे तांडव
सहारनपुर में अवैध शराब के कारण कई परिवारों ने अपनों को खोया है।

सहारनपुर, जेएनएन। Illegal Liquor आठ फरवरी 2019 के दिन को शायद ही जिले का कोई भी इंसान भूल पाया हो। इस दिन कई गांवों में जहरीली शराब पीने से 50 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। बाद में अफसर लकीर पीटते रहे। जिन परिवारों ने अपनों को खोया। उनका दुख आज भी वैसा ही है। एक बार फिर से जिले में अवैध शराब का धंधा जोर पकड़ रहा है।

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पुलिस भी मिली हुई

हैरत की बात यह है कि आबकारी विभाग को सबकुछ पता होते हुए भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। कुछ थानों की पुलिस भी अवैध शराब का धंधा करने वालों के साथ मिली हुई है। इस धंधे को करने वालों के इस कदर हौसले बुलंद है कि यदि कोई उनकी मुखबिरी करता है तो आरोपित मुखबिरी करने वाले के घर पर हमला बोल देते हैं। हाल ही में बड़गांव के शब्बीरपुर गांव में कुछ ऐसा ही हुआ है।

इन स्थानों पर निकाली जा रही कच्ची शराब

बड़गांव, देवबंद, मिर्जापुर, बिहारीगढ़, कुतुबशेर थानाक्षेत्र के कई मोहल्ले, शहर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ले, जनकपुरी थानाक्षेत्र के एक गांव में, बेहट, चिलकाना, सरसावा के कई गांवों में, रामपुर मनिहारन आदि क्षेत्रों में कच्ची शराब बनाई जा रही है। यह शराब धड़ल्ले के साथ शहर और गांवों में सप्लाई की जा रही है, लेकिन आबकारी विभाग के कुछ अधिकारी और कर्मचारी ऐसे शराब माफिया का हौसला बढ़ाने में लगे हुए है।

कच्ची शराब सप्लाई करने वाले की जुबानी

दैनिक जागरण ने जब एक युवक से कच्ची शराब के बारे में जानकारी की तो उसने बताया कि बड़गांव के एक गांव में कच्ची शराब धड़ल्ले से निकाली जा रही है। उसे 100 बोतल सप्लाई करने के लिए प्रति बोतल 10 रुपये दिए जाते हैं। जिस कारण वह अधिक से अधिक ग्राहक बनाता है और सप्लाई करता है।

आबकारी अधिकारी नहीं उठाते फोन

जिला आबकारी अधिकारी वरुण कुमार से इस संबंध में जब भी फोन करके उनका पक्ष जानना चाहा तो वह फोन नहीं उठाते हैं। उनके निचले स्तर के अधिकारी भी फोन को रिसीव नहीं करते हैं। अधिकतर लोगों की यह शिकायत रहती है।

इनका कहना है

जिले में यदि अवैध शराब का धंधा फिर से शुरू हो गया है तो इस पर सख्ती की जाएगी। आबकारी विभाग को निर्देश देकर अभियान चलाया जाएगा। एसएसपी से भी इस बारे में बात की जाएगी।

- अखिलेश सिंह, जिलाधिकारी


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