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अवैध शराब का धंधा : खुलेआम हो रहा सबकुछ, फिर भी पर्देदारी में जुटे हैं जिम्मेदार, कैसे हो कार्रवाई Meerut News

अवैध शराब ने बागपत में पांच और मेरठ में तीन लोगों को मौत की नींद सुला दिया लेकिन इसके बावजूद यह धंधा खूब फलफूल रहा है। जिम्‍मेदारों को अब कोई कदम उठाना होगा।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 11 Sep 2020 09:30 AM (IST)Updated: Fri, 11 Sep 2020 09:30 AM (IST)
अवैध शराब का धंधा : खुलेआम हो रहा सबकुछ, फिर भी पर्देदारी में जुटे हैं जिम्मेदार, कैसे हो कार्रवाई Meerut News
अवैध शराब का धंधा : खुलेआम हो रहा सबकुछ, फिर भी पर्देदारी में जुटे हैं जिम्मेदार, कैसे हो कार्रवाई Meerut News

मेरठ, जेएनएन। Illegal liquor business यहां के हालात अजीब है। देहात क्षेत्र में अवैध शराब के जाम छलक रहे हैं। पुलिस प्रशासन और आबकारी विभाग इसकी पर्देदारी में जुटा है। तीन माह में अवैध शराब से छह लोगों की मौत हो चुकी है। हैरतजनक बात यह है कि पुलिस और आबकारी विभाग यह पता नहीं कर पाया कि शराब कहां से आ रही है। अफसरों ने दावा कर दिया है कि आरोपितों पर रासुका की कार्रवाई होगी।

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स्‍टॉक की जा रही शराब

पंचायत चुनाव को देखते हुए देहात क्षेत्र में बड़े पैमाने पर शराब का स्टॉक किया जा रहा है। 20 जुलाई को भी रोहटा के डूंगर में अवैध शराब से तीन लोगों की मौत हो गई थी। पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने दावा किया था कि शराब जहरीली नहीं थी, बल्कि शराब में जहर मिलाया गया गया। पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज किया था। गुरुवार को रोहटा के मीरपुर जखेड़ा में पवन, अमित और जगपाल की शराब पीने से मौत हो गई। पुलिस दावा कर रही है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अभी तक जहर की पुष्टि नहीं हुई है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। एडीजी राजीव सभरवाल का कहना है कि शराब के सौदागरों पर कार्रवाई होगी। पुलिस और आबकारी की टीम शराब कहां से आई, उसकी पड़ताल कर रही है। पहचान होते ही आरोपितों पर रासुका की कार्रवाई होगी।

हरियाणा से भी आ रही है खेप

शराब खेतों और घरों में बनाई जा रही है, लेकिन हरियाणा से भी शराब की तस्करी की जा रही है। देखना यह है कि हरियाणा से तस्करी करके लाई गई शराब तो जहरीली नहीं है। आबकारी विभाग और पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। हरियाणा से शराब की तस्करी करने वालों की धरपकड़ भी जारी है।

पुलिस को हवा तक नहीं लगी

डूंगर गांव के बाद मीरपुर जखेड़ा में पिछले छह माह से शराब के सौदागर लोगों की जान से खेल रहा था। लॉकडाउन में भी लोगों को शराब मुहैया कराई जा रही थी। शराब के बदले में पंचायत चुनाव में वोट देने की डील पक्की भी की जा रही है। गांव में बड़े पैमाने पर शराब थी। उसके बावजूद पुलिस और आबकारी विभाग बेखबर रहे। दो माह पहले ही सरधना के सवाला में भी शराब की फैक्ट्री पकड़ी गई थी। हालांकि सौदागरों को पुलिस नहीं पकड़ पाई है।

कहां से आई थी शराब

एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि शराब कहां से आई थी। इसकी जांच को सीओ के नेतृत्व में एक टीम बनाकर लगा दी गई है। कुछ शराब की फैक्ट्री की भी पड़ताल की जा रही है। पुलिस सभी तथ्यों पर जांच कर रही है। इस धंधे में जुड़े सभी लोगों पर एनएसए की कार्रवाई की जा रही है।


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