लापरवाही : पुलिस की सभी व्यवस्था सो गई, बदहवास हालत में सड़क पर मिली थी; अब न जाने कहां खो गई? Meerut News
पुलिस की लारवाही के चलते हाथरस कांड ने पूरे देश में सरकार की फजीहत करा दी। तब भी पुलिसकर्मियों में शायद मानवता नहीं बची। मोदीनगर के बस स्टैंड पर युवती को बदहवास हालत में फेंक दिया। दुष्कर्म की आशंका भी जाहिर की जा रही थी।
मेरठ, जेएनएन। पुलिस की लारवाही के चलते हाथरस कांड ने पूरे देश में सरकार की फजीहत करा दी। तब भी पुलिसकर्मियों में शायद मानवता नहीं बची। मोदीनगर के बस स्टैंड पर युवती को बदहवास हालत में फेंक दिया। दुष्कर्म की आशंका भी जाहिर की जा रही थी। तब भी मोदीनगर थाने की महिला कांस्टेबल मोनिका की तरफ से युवती को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया और मोदीनगर पुलिस निकल गई। बदहवास हालत में युवती मेडिकल कॉलेज से भागकर हारमनी होटल के समीप सड़क पर पड़ी मिली, जिसे दोबारा से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। तब भी युवती के परिवार के बारे में कोई पड़ताल नहीं की गई। सोमवार रात को फिर से युवती मेडिकल कॉलेज से चली गई। कॉलेज प्रशासन ने भी युवती का कोई ध्यान नहीं दिया। आखिर कौन थी वो किसने हवस का शिकार बनाया। अब कहां गई है, हर किसी के मन को यही सवाल कचौट रहे है।
पुलिस भी छोड़ गई युवती को
रविवार की रात एक युवती बदहवास हालात में गाजियाबाद के मोदीनगर स्थित बस स्टैंड के पास पड़ी मिली। युवती को मोदीनगर पुलिस की तरफ से मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। उसके बाद पुलिस युवती को मेडिकल में छोड़कर चली गई। माना जा रहा है कि युवती को नशीला पदार्थ पिलाकर दुष्कर्म के बाद सड़क पर फेंक दिया गया। युवती बदहवास हालत में मेडिकल कॉलेज से निकलकर पैदल गढ़ रोड स्थित होटल हारमनी के पास गिर गई। उसके बाद नौचंदी पुलिस ने लोगों की मदद से युवती को दोबारा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। उसके बाद भी मोदीनगर और नौचंदी पुलिस ने युवती पर कोई ध्यान नहीं दिया।
कहां गई कुछ पता नहीं
युवती कहां की हैं, उसके परिवार में कौन कौन है, किसी थाने में उसकी गुमशुदगी तो नहीं दर्ज है। दोनों जनपदों की पुलिस ने कोई जानने की कोशिश तक नहीं की। उल्टे मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने के बाद अपना पल्ला खींच लिया। सोमवार की रात युवती बदहवास हालत में फिर से मेडिकल कॉलेज से गायब हो गई। मेडिकल स्टाफ ने भी युवती के बारे में कोई जानकारी तक नहीं जुटाई। सवाल है कि आखिर पुलिस युवती की जानकारी जुटाने के बाद उसके परिवार तक पहुंचाने की जिम्मेदारी से क्यों बचती रही। ऐसा नहीं है कि अफसरों को मामले की जानकारी ना हो।
बड़े अधिकारियों ने भी नहीं लिया संज्ञान
आइजी और एडीजी दो शीर्ष अफसरों के संज्ञान में मामला आने के बाद भी मोदीनगर पुलिस को इस पूरे प्रकरण की पड़ताल में नहीं लगाया गया। कहां गई युवती? किसी के पास कोई जवाब नहीं है। मोदीनगर के थाना प्रभारी का कहना है? कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दिया था। नौचंदी थाना प्रभारी का कहना है? कि मामला मोदीनगर का था। युवती? को एक बार सड़क से उठाकर भीड़ की मदद से मेडिकल में भर्ती कराया था।
यह भी नहीं पता कि कहां की है युवती
मोदीनगर पुलिस को सूचना भी दी गई। तब भी मोदीनगर पुलिस ने मामले में संज्ञान नहीं लिया। अब सवाल है? कि युवती? को नहीं पता था कि कहां की रहने वाली है? फिर वह कहां गई होगी। किसी गलत हाथों में पड़ गई तो निर्भया जैसे जघन्य अपराध की नींव रखी जा सकती है।