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अपराध बढ़ने पर आइजी ने संभाली कमान, चला चेकिग अभियान

जिले में बदमाश बेखौफ हैं। 24 घंटे में दो हत्या। लूट और चोरी की वारदात आम हो गई हैं।

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 09:00 AM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 09:00 AM (IST)
अपराध बढ़ने पर आइजी ने संभाली कमान, चला चेकिग अभियान
अपराध बढ़ने पर आइजी ने संभाली कमान, चला चेकिग अभियान

जेएनएन, मेरठ। जिले में बदमाश बेखौफ हैं। 24 घंटे में दो हत्या। लूट और चोरी की वारदात आम हैं। इसको देखते हुए बुधवार को आइजी सड़क पर उतरे। इस पर पुलिस फोर्स भी अलर्ट हो गई। शहर में प्रमुख चौराहों पर चेकिग अभियान चलाया गया। चार पहिया वाहनों की जांच की गई। इस दौरान धड़ाधड़ चालान किए गए। साथ ही कई वाहन सीज भी किए।

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मंगलवार दोपहर सर्राफ की हत्या के बाद बुधवार सुबह बदमाशों ने दौराला में जिम ट्रेनर की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 24 घंटे में दो वारदात से सुरक्षा की पोल खुल गई थी। इस पर बुधवार को आइजी प्रवीण कुमार अमले के साथ सड़क पर उतरे। इसको देखते हुए थाना प्रभारी भी हरकत में आ गए। गढ़ रोड से लेकर दिल्ली रोड और जिले की सीमा पर सघन चेकिग अभियान शुरू हो गया। दिल्ली रोड पर आइजी प्रवीण कुमार की मौजूदगी में पुलिस ने दो पहिया और चार पहिया वाहनों की जांच की। इस दौरान कई के चालान भी किए। हापुड़ अड्डा चौराहे पर कोतवाली पुलिस, मोहिउद्दीनपुर पर परतापुर थाना पुलिस और अन्य जगहों पर भी सघनता से चेकिग की गई। कई जगहों पर वाहन चालकों की पुलिसर्मियों से नोकझोंक भी हुई। एसपी सिटी डा. अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि करीब दो सौ वाहनों के चालान किए गए। वहीं, एसपी ट्रैफिक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बुधवार को करीब तीन सौ वाहनों के चालान हुए। साथ ही 12 गाड़ियों को सीज किया गया। सिपाही की मौत पर कोहराम

जेएनएन, मेरठ। खरखौदा कस्बे के मोहल्ला रास निवासी सतपाल सिंह का बेटा मोंटू 2011 में यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था। बुधवार सुबह स्वजनों को उनकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सूचना मिली। जिस पर परिवार में कोहराम मच गया। सिपाही के पिता स्वजनों के साथ सहारनपुर पहुंचे। सतपाल सिंह प्रॉपर्टी क्रय-विक्रय के साथ-साथ कृषि कार्य भी करते हैं। सिपाही मोंटू तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। उनसे छोटा भाई अंकित नोएडा और सबसे छोटा भाई शिवा गाजियाबाद में प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करते हैं। सिपाही की मौत की सूचना से परिवार के लोगों का रो-रोकर बुरा हाल है। देर शाम तक सिपाही का शव घर नहीं लाया जा सका था।


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