बच्चों संग मायके गई पत्नी को फोन कर बोला पति-न आई तो मर जाऊंगा, वो नहीं आई तो लगाई फांसी
रात में परिजनों ने युवक को समझाकर सुलाया सुबह फांसी के फंदे पर लटका मिला शव।
मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा क्षेत्र खड़ौली गांव में पारिवारिक झगड़े में पति ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। पत्नी अपने तीनों बच्चों संग मायके में रह रही थी। रविवार सुबह पुलिस ने शव मोर्चरी पहुंचा दिया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
यह है मामला
खड़ौली निवासी 30 वर्षीय ओमपाल की शादी खजूरी निवासी मीना पत्नी किरणपाल से हुई थी। दंपती के तीन बच्चे सोनित 8, पुनीत 6 और निमोली 3 हैं। दंपती स्पोर्टस का सामान ठेके पर बनाने का काम करता है। पुलिस की मानें तो दंपती के बीच पारिवारिक झगड़ा काफी समय से चल रहा था। जिसके चलते 28 फरवरी को पत्नी मीना बच्चों संग मायके चली गई थी। ओमपाल ने उसे कई बार आने को फोन किया, मगर वहीं नहीं आई। रविवार सुबह ओमपाल ने जब उसे आवाज दी तो कमरे से कोई जबाव नहीं आया। परिजन कमरे तक पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। खिड़की में देखा तो ओमपाल का शव फंदे पर लटका हुआ था। चीख पुकार के बीच पड़ोसी जमा हो गए। परिजनों का रोकर बुरा हाल था। इंस्पेक्टर बीएस राणा ने बताया कि दंपती में पारिवारिक झगड़ा चल रहा था, जिसके चलते पति ने आत्महत्या की है।
ओमपाल ने साले और पत्नी से की थी मरने की बात
पुलिस की मुताबिक, ओमपाल ने रविवार रात में अपनी पत्नी और साले को फोन कर मरने की बात कही थी। मगर, उसके बाद भी पत्नी ने अपने वह घर वापस नहीं आई। उसके बाद साले ने मृतक का भाई मनोज को फोन कर मरने वाली बात बताई। मनोज और परिजनों ने ओमपाल को समझाकर शांत किया, जिस पर वह रात 12:30 बजे कमरे में सोने चला गया। रविवार सुबह उसने आत्महत्या की।