कृषि क्षेत्र में अपार संभावनाएं, विदेश में निर्यात करें उत्पाद : कमिश्नर
आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव के तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बृहस्पति भवन में कृषि निर्यात को लेकर कार्यशाला आयोजित हुई।
मेरठ, जेएनएन। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर अमृत महोत्सव के तहत चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बृहस्पति भवन में कृषि निर्यात को लेकर कार्यशाला आयोजित हुई। इसमें आए प्रगतिशील किसानों ने अपनी समस्याओं को अधिकारियों के समक्ष रखा। कृषि उत्पादन के निर्यात व सामने आने वाली बाधाओं को दूर का प्रयास अधिकारियों द्वारा किया गया।
बृहस्पति भवन में आयोजित कृषि निर्यात की संभावनाएं और चुनौतियों विषय पर कार्यशाला का शुभारंभ कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह व कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार के निदेशक ऋषिरेंद्र कुमार द्वारा किया गया। कमिश्नर ने कहा कि पश्चिम उत्तर प्रदेश जैसी उपजाऊ जमीन दुनिया में कही पर नहीं है। यहां के किसानों ने मेहनत के बल पर समृद्धि तो हासिल की ही है। कृषि क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। युवाओं को भी आगे आकर परंपरागत खेती के साथ आधुनिक खेती को भी अपनाना चाहिए। मुख्य अतिथि कृषि विपणन एवं विदेश व्यापार के निदेशक ने भी कृषि उत्पादों के निर्यात पर जोर दिया। साथ ही किसानों से संवाद भी किया। बीबीडीएफ के निदेशक डीडीके शर्मा, एपीडा से विनिता सुधांशु, संयुक्त कृषि निदेशक डा. अमरनाथ मिश्रा, प्रधान वैज्ञानिक डा. रितेश शर्मा, सहायक विपणन अधिकारी राहुल यादव आदि ने कृषि निर्यात की उलझन को सुलझाने व आधुनिक खेती के तरीकों को अपनाने पर चर्चा की। इस दौरान जिला कृषि अधिकारी प्रमोद सिरोही सहित मेरठ के साथ सहारनपुर मंडल के जनपदों के अधिकारी भी मौजूद हे। साहब, चक्कर काटने को मजबूर हैं किसान
कार्यशाला में कई किसानों ने कहा कि अपनी कृषि से संबंधित समस्याओं के निदान के लिए कृषि विभाग से लेकर अन्य विभागों के चक्कर काटने के लिए किसान मजबूर है, ऐसे में निर्यात आदि को आगे कैसे बढ़ाया जा सकता है। अधिकारियों ने किसानों की समस्याओं को दूर करने का भरोसा दिया।