बागपत: अदालत से लौटते वक्त सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को किया अगवा, सिगरेट से दागकर दी यातनाएं
दो साल पहले हुए सामूहिक दुष्कर्म का एक आरोपित 20 अक्टूबर को मुकदमे की तारीख पर बागपत अदालत में कार से गया था। दोपहर दो बजे आरोपित के छोटे भाई ने उसे फोन कर उसकी लोकेशन पूछी तो उसने बताया कि वह अदालत से घर के लिए चल दिया है।
बागपत, जेएनएन। सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित को चार दिन पहले अदालत से लौटते समय हाईवे से अगवा कर लिया। शुक्रवार को वह शामली जिले के एक गांव के जंगल में अधमरा पड़ा मिला। आरोप है कि अगवा करने वालों ने उसके शरीर को जलती सिगरेट से दागा और यातनाएं दी। पुलिस ने उसे इलाज के लिए मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती कराया है।
दो साल पहले हुए सामूहिक दुष्कर्म का एक आरोपित 20 अक्टूबर को मुकदमे की तारीख पर बागपत अदालत में कार से गया था। दोपहर लगभग दो बजे आरोपित के छोटे भाई ने उसे फोन कर उसकी लोकेशन पूछी, तो उसने बताया कि वह अदालत से घर के लिए चल दिया है, लेकिन तीन बजे उसने फोन रिसीव नहीं किया। तलाश के दौरान दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर बड़ौली-ट्योढ़ी गांव के बीच उसकी कार खड़ी मिली, लेकिन वह नहीं मिला। उसी दिन छोटे भाई ने कोतवाली में उसकी गुमशुदगी दर्ज करा दी।
छोटे भाई ने बताया कि शुक्रवार सुबह शामली जिले के एक गांव से ग्रामीणों ने उसे फोन पर बताया कि उसका भाई ईख के खेत में घायल अवस्था में पड़ा है। वह दारोगा को लेकर मौके पर पहुंचे। वहां शामली पुलिस भी मिली, जिसके बाद बड़े भाई को बड़ौत ले आए और मेरठ के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया। दुष्कर्म आरोपित ने बताया कि अदालत से लौटते समय कई लोगों ने उसे रास्ते से अगवा कर लिया था और कार में उसे कुछ सुंघा दिया, जिसके बाद उसे पता नहीं रहा।
छोटे भाई ने बताया कि आरोपितों ने भाई की कमर, हाथ व पैरों को सिगरेट से दागा है। शरीर पर भी पिटाई के निशान हैं। कोतवाली प्रभारी अजय कुमार शर्मा ने बताया कि युवक की गुमशुदगी कोतवाली में दर्ज हुई थी। वह शामली जनपद से मिला है। जांच की जा रही है।