Move to Jagran APP

हिस्ट्रीशीटर ने फाइनेंसर से मांगी एक लाख की रंगदारी, जान से मारने की धमकी Meerut News

रंगदारी मांगे जाने का एक और सामने आया है। फाइनेंसर से हिस्ट्रीशीटर ने एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी है।

By Prem BhattEdited By: Published: Fri, 11 Oct 2019 10:53 AM (IST)Updated: Fri, 11 Oct 2019 10:53 AM (IST)
हिस्ट्रीशीटर ने फाइनेंसर से मांगी एक लाख की रंगदारी, जान से मारने की धमकी Meerut News
हिस्ट्रीशीटर ने फाइनेंसर से मांगी एक लाख की रंगदारी, जान से मारने की धमकी Meerut News

मेरठ, जेएनएन। फाइनेंसर से हिस्ट्रीशीटर ने एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी है। रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी है। पीड़ित ने लालकुर्ती थाने में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, आरोपित पर पूर्व में भी रंगदारी और अपहरण के मुकदमे हैं। पल्लवपुरम की इंद्रप्रस्थ एस्टेट कालोनी निवासी जितेंद्र मलिक फाइनेंसर हैं। उनका ऑफिस लालकुर्ती थाना क्षेत्र में मेट्रो हास्पिटल के सामने स्थित गोविंद प्लाजा में है। उन्होंने बताया कि गुरुवार दोपहर के समय वह किसी काम से ऑफिस के नीचे खड़े थे। तभी थाना क्षेत्र के घोसी मोहल्ला निवासी हिस्ट्रीशीटर बादल अपने दो-तीन साथियों के साथ उनके पास आया और एक लाख रुपये की रंगदारी मांगी। रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी।

loksabha election banner

कहीं काम नहीं करने देने की धमकी

साथ ही कहीं भी काम नहीं करने देने की चेतावनी दी। उन्होंने विरोध किया तो आरोपित ने साथियों के साथ मिलकर उनसे मारपीट की। जितेंद्र ने बामुश्किल भागकर जान बचाई। शोर-शराबा होने पर आसपास के लोग एकत्र होने लगे तो आरोपित धमकी देता हुआ चला गया। इसके बाद वह लालकुर्ती थाने पहुंचे और आरोपित के खिलाफ तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग की।

दारोगा से हाथापाई कर चुका आरोपित

करीब साढ़े-तीन चार माह पहले पुलिस ने गोविंद प्लाजा में ही छापा मारा था। सूचना था कि यहां बादल शराब की अवैध बिक्री कर रहा है। पुलिस ने इसे मौके से पकड़ लिया था। इस दौरान आरोपित ने दारोगा से हाथापाई तक की थी। इसके बाद यह फरार हो गया था। इंस्पेक्टर दिलीप सिंह का कहना है कि शिकायत पर पुलिस ने आरोपित के घर पर दबिश दी थी, लेकिन वह नहीं मिला। जल्द ही उसे पकड़ लिया जाएगा।

व्यापारी के बेटे के अपहरण में भी रहा था शामिल

क्षेत्र के ही एक मिठाई व्यापारी के बेटे का करीब डेढ़ साल पहले अपहरण हुआ था। तब भी बादल और इसके साथियों का नाम सामने आया था। उसमें इस पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था। इसके साथियों को पुलिस ने जेल भेज दि या था, लेकिन यह बच गया था। इसके अलावा आरोपित बेगमपुल स्टैंड पर टेंपो चालकों से भी अवैध वसूली करता है। इसकी शिकायत कई बार थाना पुलिस से की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.