50 हजार किसानों के ठहरने का प्रबंध, एक तरफ से हाईवे रहेगा बंद
किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन की किसान क्रांति यात्रा को लेकर मेरठ अफसरों के हाथ पांव फूले हैं।
मेरठ। किसानों की मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन की किसान क्रांति यात्रा को लेकर मेरठ अफसरों के हाथ पांव फूले हैं। मंगलवार को दिनभर बैठकों का दौर चला। पुलिस अफसरों ने दौराला और परतापुर में 50 हजार किसानों के ठहरने की व्यवस्था कर चिकित्सा समेत अन्य सुविधाओं का भी प्रबंध किया है। 28 व 29 सितंबर को 37 किमी तक एक तरफ से हाईवे बंद रहेगा। सुरक्षा को लेकर आइजी से तीन एडिशनल एसपी की मांग की है। एसपी सिटी को यात्रा का नोडल अधिकारी बनाया है।
यह रहेगी व्यवस्था
एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि दौराला के किसान इंटर कॉलेज में पुरुष और भगवती इंटर कॉलेज में महिलाओं के ठहरने की व्यवस्था की है। यहां मेडिकल कैंप भी रहेगा। वहीं दादरी से ही 12 एंबुलेंस यात्रा के साथ चलेगी। नगर निगम से बात करके ठहराव स्थलों पर 15-20 गाड़ी पानी की गाड़ी खड़ी कराई जाएंगी। गद्दे आदि डलवा दिए हैं। खाने-पीने की व्यवस्था यात्रा में शामिल लोग खुद कर रहे हैं।
चार जोन में बांटा हाईवे
दिल्ली-दून हाईवे को दादरी से लेकर परतापुर तक चार जोन में बांटा है। एक जोन में तीन सेक्टर के हिसाब से 12 सेक्टर बनाए हैं। चारों जोन की जिम्मेदारी एडिशनल एसपी को दी है। सेक्टर की जिम्मेदारी 12 इंस्पेक्टर संभालेंगे। हर कट पर चार सिपाहियों के साथ एक सब इंस्पेक्टर रहेंगे।
इतना फोर्स रहेगा तैनात
चार एडीशनल एसपी, इनके अलावा एसपी सिटी और एसपी देहात राजेश कुमार भ्रमण में रहेंगे। 12 इंस्पेक्टर, 25 के करीब सब इंस्पेक्टर, 500 के करीब कांस्टेबल और होमगार्ड सुरक्षा में लगाए गए हैं।
यात्रा का कार्यक्रम
- 25 सितंबर को मुजफ्फरनगर के बरला इंटर कॉलेज में पड़ाव।
- 26 सितंबर को मुजफ्फरनगर की कूकड़ा मंडी में ठहरेंगे किसान।
- 27 सितंबर को मुजफ्फरनगर के खतौली के गांव भैंसी में रुकेंगे।
- 28 सितंबर को मेरठ के दौराला के किसान व भगवती इंटर कॉलेज में ठहरेंगे।
- 29 को परतापुर के मोहिउद्दीनपुर मिल के मैदान में ठहरने की व्यवस्था।
- 30 सितंबर को गाजियाबाद के मुरादनगर में रात को रुकेंगे किसान।
- 01 अक्टूबर को ¨हडन घाट गाजियाबाद में ठहरेंगे किसान।
- 02 अक्टूबर को नई दिल्ली के किसान घाट पर यात्रा का समापन होगा। संख्या को लेकर अभी भी असमंजस
भाकियू मुखिया नरेश टिकैत के मुताबिक हरिद्वार में यात्रा शुरू होने पर 700 से अधिक ट्रैक्टर ट्राली और सैकड़ों अन्य वाहन चल रहे हैं। इसके अलावा करीब 50 हजार किसान पैदल हैं। दावा किया जा रहा है कि मेरठ में एक लाख से अधिक लोग आएंगे। वहीं, खुफिया विभाग का दावा है कि मेरठ में 20 से 25 हजार लोग आएंगे।
इन्होंने कहा--
हाईवे के वाहनों को सुरक्षा के साथ गुजरने दिया जाएगा। एक तरफ से हाईवे बंद रखा जाएगा। किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। हाईवे पर अन्य वाहनों को ठीक से निकाला जाएगा। किसान यात्रा के सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था भी सुदृढ रहेगी।
अखिलेश कुमार, एसएसपी मेरठ
यात्रा के लिए अनुमति लेने से भाकियू का इन्कार
जासं, मोदीपुरम : यात्रा को लेकर टोल प्लाजा पर अधिकारियों ने भाकियू पदाधिकारियों से वार्ता की। अफसरों ने पदाधिकारियों से यात्रा की अनुमति लेने का अनुरोध किया। पदाधिकारियों ने इससे साफ इन्कार कर दिया। उनका कहना था कि वह कोई पंचायत या फिर रैली नहीं कर रहे हैं। पैदल चल रहे हैं। पैदल चलने के लिए किसी अनुमति की जरूरत नहीं है। बैठक में एडीएम सिटी मुकेश चंद और एसपी सिटी रणविजय सिंह पहुंचे थे। उधर, भाकियू की तरफ से बाबा इलम ¨सह, जिलाध्यक्ष गजेंद्र ¨सह, महासचिव सतवीर ¨सह जंगेठी, र¨वद्र दौरालिया, बिशन ¨सह प्रधान, डा. विकास, जगत ¨सह, संजय दौरालिया, नवाब ¨सह अहलावत मौजूद थे। अफसरों की तरफ से यह भी कहा गया कि वह अपनी भाकियू की ही एक समिति बना ले। ताकि आम जनता को यात्रा के दौरान कोई परेशानी न हो। इस दौरान भाकियू पदाधिकारियों ने कहा कि आम जनता को परेशान करना उनका मकसद नहीं है। वह किसी को परेशान नहीं करेंगे।