दिल्ली रोड पर बेकाबू बस ने महिला को रौंदा
दिल्ली रोड पर रफ्तार का कहर जारी है। मंगलवार को एक बार फिर संजय वन के सामने बेकाबू रोडवेज बस ने साइकिल सवार महिला को रौंद दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मेरठ । दिल्ली रोड पर रफ्तार का कहर जारी है। मंगलवार को एक बार फिर संजय वन के सामने बेकाबू रोडवेज बस ने साइकिल सवार महिला को रौंद दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद बस चालक मौके से भाग निकला। परतापुर पुलिस आरोपित की तलाश कर रही है।
टीपीनगर थाना क्षेत्र के शिवपुरम निवासी मीनाक्षी उर्फ मोनी (35) पुत्री रतिराम की शादी करीब 17 साल पहले हापुड़ जिले के सिंभावली थानांर्गत बिरशनपुर गांव निवासी राजकुमार से हुई थी। लगभग छह साल पूर्व दंपती में अलगाव हो गया। इसके बाद महिला अपनी दो बेटियों शिवानी (15) व सुक्की (5) के साथ मायके में रहने लगी। पुत्र गोले (13) व पुत्री संजना (10) राजकुमार के साथ रहती है। फिलहाल मोनी परतापुर इंडस्ट्रीज एरिया में एक फैक्ट्री में काम करती थी। वह सुबह के समय फैक्ट्री मालिक के घर सूर्या पैलेस में चूल्हा-चौका करती थी।
सुबह करीब आठ बजे वह सूर्या पैलेस जा रही थी। संजय वन के पास परतापुर से भैंसाली डिपो की ओर जा रही रोडवेज बस ने साइकिल को टक्कर मार दी, जिससे महिला बस तले कुचली गई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद चालक बस बीच सड़क छोड़कर भाग निकला।
30 मिनट तक लगा रहा भीषण जाम
दुर्घटना के बाद बस सड़क के बीच खड़ी होने के कारण दिल्ली रोड पर जाम लगना शुरू हो गया। देखते ही देखते जाम ने भीषण रूप ले लिया। लगभग 30 मिनट बाद पुलिस पहुंची। महिला की शिनाख्त शिवपुरम में रहने वाले एक व्यक्ति ने की।
इन्होंने कहा--
बस चालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। रतिराम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश की जा रही है।
रणविजय सिंह, एसपी सिटी वृद्धा की मौत पर अस्पताल में हंगामा-तोड़फोड़
मेरठ । नौचंदी थाना क्षेत्र के हापुड़ रोड स्थित सिटी हॉस्पिटल में वृद्धा की मौत पर हंगामा हो गया। तीमारदारों ने तोड़फोड़ कर डाली। अस्पताल प्रबंधन ने किसी तरह मामला रफा-दफा किया।
किदवई नगर निवासी शाहजहां (70) शुगर के अलावा कई बीमारियों से ग्रसित थी। उसके फेफड़ों में पानी भी भर गया था। सोमवार को वह अस्पताल में भर्ती कराई गई थी। उपचार के दौरान बुधवार को वृद्धा की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। मामला इतना बढ़ा कि उन्होंने तोड़फोड़ कर डाली।
अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि परिजनों को पहले ही बता दिया गया था कि वृद्धा की हालत गंभीर है। चिकित्सकों का इसमें कोई दोष नहीं है। हालांकि, देर शाम दोनों पक्षों में समझौता हो गया। नौचंदी थाना प्रभारी रामकुमार का कहना है कि शिकायत नहीं मिली है। तहरीर आती है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।