बिजनौर में हाथियों के झुंड ने गन्ने की फसल को रौंदा, किसानों ने लगाई वन विभाग से गुहार
बिजनौर में जंगली हाथी गन्ने की फसलों में जमकर उत्पात मचा रहे है। जंगली-जानवर फसल को रौंदकर नष्ट कर रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है। जंगली-जानवर फसलों को पहुंचा रहे हानि।
बिजनौर, जेएनएन। वनों से सटी आबादी के ग्रामीण जंगली जानवरों के आतंक से परेशान है। जंगली हाथी गन्ने की फसलों में जमकर उत्पात मचा रहे है। जंगली-जानवर फसल को रौंदकर नष्ट कर रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है।
वन से सटा है गांव
क्षेत्र का गांव हरबंशवाला वनों से सटा हुआ है। ज्यादातर किसानों की भूमि भी वनों से ही सटी हुई है। वनों से सटे किसानों के खेतों में जंगली हाथियों की बढ़ती आवाजाही सिरदर्द बनी हुई है। पिछले तीन चार दिनों से हाथियों के झुंड ने गन्ने के खेतों में जमकर उत्पात मचा रखा है। गांव हरबंसवाला के किसान राजेंद्र सिंह, बलराम सिंह, सुरेंद्र सिंह, अवतार सिंह, नरसिंह व शिबू आदि किसानों ने मौजा मानीयावाला में बहुत मेहनत कर अपने अपने खेतों में गन्ने की फसल तैयार की थी। किसानों का कहना है कि शाम को अंधेरा होते ही वनों से निकले जंगली हाथियों का झुंड खड़ी फसलों में घुस जाते है और जमकर उत्पात मचाते है। जंगली-जानवर फसलों को रौंदकर नष्ट कर रहे है। रातभर फसलों काे नुकसान पहुंचाने वाला हाथियों का झुंड सुबह होते ही वनों की ओर चला जाता है। हाथियों के झुंड ने गन्ने की फसलों में जमकर उत्पात मचाया और गांव हरबंशवाला के किसानों की लगभग दस बीघा गन्ने की फसल को नष्ट कर दी। किसानों ने वन विभाग से उनके खेतों में जंगली हाथियों की रोकथाम के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है।
इनका कहना है...
हाथियों के झुंड फसलों में आने पर ग्रामीणों द्वारा सूचना मिलने पर मौके पर वनकर्मियों को भेज दिया जाता है। हाथियों को वहां से भगा दिया जाता है। हाथियों को भगाने के लिए उन्होंने किसानों से सहयोग करने को कहा है।
- वीरेंद्र सिंह रावत, साहूवाला वन क्षेत्राधिकारी।