Weather Update: मौसम ने बदला रुख, मेरठ और आसपास के जिलों में झमाझम बारिश, गर्मी से राहत Meerut News
मेरठ और आसपास के जिलों में रविवार को आसमान में काले घने बादलों के छाने के बाद कुछ ही देर बाद ही झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। काफी देर तक वर्षा होती रही।
मेरठ, जेएनएन। Weather Update मेरठ और आसपास के जिलों में रविवार को छुट्टी वाले दिन मौसम ने अचानक अपना रुख बदला और आसमान में काले घने बादलों के छाने के बाद कुछ ही देर बाद करीब सवा 11 बजे से झमाझम बारिश का दौर शुरू हो गया। काफी देर तक बारिश होती रही। इस बारिश से गन्ना तथा सब्जियों की फसल को फायदा मिलेगा। लगातार बारिश होने से जहां एक ओर लोगों को गर्मी से राहत मिली वहीं दूसरी सड़कों और शहर की गलियों में लबालब पानी भर गया। बारिश का यह सिलसिला मेरठ, मुजफ्फरनगर, शामली, बुलंदशहर,बागपत, सहारनपुर आदि जिलों में जारी रहा। बारिश होने से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।
मेरठ में सड़कें और गलियां हुई जलमग्न
बार बार बारिश के दस्तक देने से जनपद में गर्मी ने घुटने टेक दिए हैं। दो दिनों दिन से मौसम साफ था। शनिवार को अधिकतम पारा 33 डिग्री पहुंच गया था। रविवार को 11 बजते बजते आसमान में काले बादल छा गए और मूसलाधार बारिश का सिलसिला आरंभ हो गया। दिल्ली में भी जोरदार बारिश की सूचना है। मेरठ में लगातार एक घंटे की तेज बारिश से सड़कें और गलियां जलमग्न हो गई। लोगों की आवाजाही पर ब्रेक लग गया। तापमान में एक दम से गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने सात जून को तेज हवाओं के साथ बारिश की भविष्य वाणी की थी। विशेषज्ञों के अनुसार पश्चिम विक्षोभ के उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढने से जोरदार बारिश के आसार बने हैं। पश्चिम विछोभ की तीव्रता अनुमान से कहीं अधिक रही है। मौसम विभाग के अनुसार अगले दो दिनों तक बारिश का प्रभाव रहेगा। अधिकतम तापमान 30 डिग्री तक रहेगा। कृषि प्रणाली संस्थान के प्रधान मौसम वैज्ञानिक डा. एन सुभाष ने बताया कि बारिश से अगली बुवाई के लिए जमीन तैयार कर रहे किसानों को फायदा होगा।
बागपत में मौसम हुआ सुहावना
बागपत में रविवार की सुबह दस बजे अचानक मौसम का मिजाज बदला और कहीं बूंदा-बांदी तो कहीं बदरा झमाझम बरसे। बिनौली मूसलाधार बारिश होने से सड़कों पर जल भराव हो गया। बिनौली समेत कई गांवों में रास्तों में जलभराव होने से लोगों को आवाजाही में दिक्कत होती रही। बिनौली-बड़ौत मार्ग पर जलभराव नजर आया। बागपत नगर में भी बूंदा-बांदी से सड़कों पर कीचड़ हो गई।
किसानों के लिए फायदेमंद
बारिश से किसानों की 70 हजार हेक्टेयर जमीन पर खड़ी गन्ना तथा सब्जियों की फसल को फायदा हुआ है। धान की नर्सरी के लिए भी बारिश अच्छी मानी जा रही है। जमीन में नमी होने से अब किसान दो चार दिन में तीन हजार हेक्टेयर जमीन पर हरे चारे की फसलों की बोआई कर सकेंगे। बारिश के साथ तेज हवा भी चली जिससे मौसम सुहावना हो गया। लोगों को गर्मी से राहत मिली है। कृषि उप निदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि फसलों के लिए यह बारिश अच्छी है।
धान के लिए लाभदायक
शामली में मौसम का मिजाज बदला और शामली में बारिश शुरू हो गई। झमाझम बदरा बरस रहे हैं। गर्मी और उमस से राहत मिली है। रविवार सुबह मौसम साफ था और धूप खिली थी। लेकिन दिन चढ़ने के साथ ही मौसम ने करवट बदली है आसमान बादलों से घिर गया। हवा में भी ठंडक रही और करीब 11 बजे बारिश शुरू हो गई। कभी बारिश तेज हो रही है तो कभी हल्की। रविवार को साप्ताहिक बन्दी है। बाजार बंद है और लोग घरों में है। ऐसे में बारिश से अधिक परेशानी नहीं हुई, बल्कि गर्मी से राहत मिली है और मौसम सुहावना हो गया है। वहीं, कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार बहुत अधिक बारिश होने पर ही सब्जियों की फसल को नुकसान हो सकता है। धान की बुवाई चल रही और इसमें बारिश फायदेमंद है।