Health Tips: ये तीन तरह के काढ़े शरीर के लिए है इम्यूनिटी बूस्टर, जानें- बनाने की विधि
कोरोना वायरस का संक्रमण ऐसे शरीर को अधिक क्षति पहुंचा रहा है जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। शरीर को अगर व्यायाम व योग स्वस्थ रखता है तो पेय व भोजन उसे ऊर्जा प्रदान करता है। आइए जानते उन तीन काढ़े के बारे में जो प्रतिरोधकर क्षमता को बढ़ा देगी।
मेरठ, जेएनएन। कोरोना वायरस का संक्रमण ऐसे शरीर को अधिक क्षति पहुंचा रहा है, जिसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है। शरीर को अगर व्यायाम व योग स्वस्थ रखता है तो पेय व भोजन उसे ऊर्जा प्रदान करता है। ऐसे में कोरोना काल में बचाव के लिए उचित खानपान बेहद जरूरी है। डायटीशियन भावना गांधी ने बताया कि वर्षो से बीमारी से बचाव व इससे उबरने के लिए हम काढ़े का उपयोग करते आए हैं। घर पर आसानी से कुछ काढ़े तैयार हो जाते हैं, जिससे एंटीआक्सीडेंट की कमी भी पूरी हो जाती है। इसकी सहायता से प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है। आइए जानते हैं उन काढ़ों के बारे में-
कोरोना मरीजों के लिए लाभप्रद काढ़ा
भावना बताती हैं कि इस काढ़े के सेवन से संक्रमित मरीज को लाभ मिलेगा। एक लीटर पानी में दस लौंग, दस काली मिर्च, पांच जावित्री, छह टुकड़े दालचीनी, चार छोटी इलायची, पांच बड़ी इलायची, तुलसी के 12 पत्ते, नमक व नींबु स्वादानुसार लें। 15 मिनट तक उबालें। गुनगुना काढ़ा मरीज को दिन में दो बार पिलाएं।
तुलसी का काढ़ा
काढ़ा रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। खांसी व जुकाम में काढ़ा काफी कारगर है। भावना गांधी बताती हैं कि इसे तैयार करने के लिए पांच तुलसी के पत्ते, एक छोटा अदरक का टुकड़ा, तीन से चार किशमिश एक चौथाई चम्मच काली मिर्च व आधी चम्मच दाल चीनी पाउडर को दो गिलास पानी में डालकर 15 मिनट तक उबालें। काढ़े को दिन में दो बार सेवन करें।
गिलोय का काढ़ा
काढ़े के सेवन से हल्के बुखार, सूजन, शुगर में लाभ होता है और इम्यूनिटी बढ़ती है। एक छोटी टहनी गिलोय, दो तुलसी पत्ते, सात से आठ नीम के पत्ते, छह से सात लौंग, छह सफेद मिर्च, एक छोटा टुकड़ा अदरक को मिलाकर काट लें। दो गिलास पानी में धीमी आंच पर दस मिनट उबाल कर पीएं।