चीन से लौटे 49 यात्रियों पर स्वास्थ्य विभाग की नजर, केजीएम से आज आएगी तीन की रिपोर्ट Meerut News
चीन से आए लोगों पर स्वास्थ्य विभाग की पैनी नजर बनी हुई है। विभाग ने इन्हे घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी है। केजीएम भेजी गई तीन यात्रियों की रिपोर्ट आज आएगी।
मेरठ, जेएनएन। चीन में कहर ढहा रहे कोरोना वायरस ने मेरठ को भी डरा दिया है। पिछले एक माह में चीन से 54 यात्री मेरठ आए हैं। इनमें से अब तक 49 को स्वास्थ्य विभाग ने ट्रेस किया है। इन्हें घर से बाहर न निकलने की हिदायत है। परिजनों से चीन से लौटे लोगों से दूर रहने और 28 दिन तक सावधानी बरतने को कहा गया है।
सीएमओ डॉ. राजकुमार ने बताया कि 31 दिसंबर से 29 जनवरी तक चीन से मेरठ आए लोगों को ट्रेस करने के लिए 15 सदस्यीय डॉक्टरों की टीम लगाई थी। 42 लोग पहले ही ट्रेस हो चुके हैं। बुधवार को सात और लोग ट्रेस किए गए। इनमें निमोनिया के लक्षण नहीं मिले। परिजनों को सलाह दी है कि इनसे हाथ न मिलाएं। अगर हाथ मिला भी लें तो फौरन साबुन से धो लें। सर्दी-जुकाम, खांसी होने पर फौरन सूचना दी जाए।
डॉक्टर कर रहे निगरानी
मेरठ से तीन लोगों का सेंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजा है। सीएमओ ने कहा कि गुरुवार को जांच रिपोर्ट मिलने पर ही स्थिति साफ हो सकेगी। तीनों घर पर ही आइसोलेट किए गए हैं। पहले ट्रेस हो चुके लोगों को घर पर ही रहने का कहा गया है। डॉक्टरों की टीम उनके बुखार, खासी आदि की जानकारी ले रही है। निमोनिया जैसे लक्षण तो नहीं है। इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर इनके सेंपल जांच के लिए केजीएमयू भेजे जाएंगे। चीन से आने वाले लोगों की जानकारी एयरपोर्ट से स्वास्थ्य विभाग को सीधे मिलेगी, ताकि उसे मेडिकल ट्रीटमेंट में लेकर भीड़ में शामिल होने से बचाया जा सके।
तरल पेय पदार्थों का सेवन बनेगा कवच
मेरठ, जेएनएन। कोरोना वायरस का संक्रमण भले ही लाइलाज है लेकिन इससे डरने की जरूरत नहीं है। आपके द्वारा बरती गई सावधानी ही आपका कवच है। बस आपको यह करना है कि भीड़भाड़ वाले स्थान जाने से बचना है। चीन से आए लोगों से दूर रहना है। प्रतिरोधक क्षमता बनाए रखने के लिए तरल पेय पदार्थो का सेवन अधिक करना है। एन 95 मॉस्क का उपयोग करें। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग यही सलाह लोगों को दे रहा है।
डरें नहीं, एहतियात बरतें
वरिष्ठ छाती रोग विशेषज्ञ डॉ. वीरोत्तम तोमर ने कहा कि मेरठ में अभी तक कोई केस सामने नही आया है। इसलिए कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है। छींक आ रही है या जुकाम है तो मुंह पर कपड़ा रखना है। मॉस्क लगाना है। बीमार हैं तो कमरे में रहें। घर से बाहर न जाएं। स्वस्थ व्यक्ति से दूर रहें। अगर स्वस्थ हैं तो भोजन करने से पहले साबुन से हाथ धोएं। खाने में तरल पेय पदार्थ अधिक लें। रोगों से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सूप और तुलसी, अदरक, काली मिर्च की चाय इन दिनों अधिक उपयोगी है। ठंडी चीजों से बचना है। इस समय स्वाइन फ्लू के मरीज अधिक आ रहे हैं। इसका वैक्सीनेशन होता है। इसे करा लें। इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी।
प्रतिरोधक क्षमता पर दें ध्यान
वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. तनु राज सिरोही ने कहा कि सर्दी जुकाम, खांसी और बुखार कोरोना वायरस के लक्षण हैं। अगर ये लक्षण नजर आते हैं तो फौरन चिकित्सक से सलाह लें। एक्स-रे और आरटी पीसीआर बलगम जांच से काफी हद तक कोरोना की स्थिति स्पष्ट हो सकती है। इसलिए एक्स-रे जांच करा सकते हैं। एक स्वस्थ व्यक्ति को सबसे ज्यादा पौष्टिक भोजन पर ध्यान देने की जरूरत है। तरल पेय पदार्थ जैसे फलों का जूस, सूप, दाल का पानी पीएं। पानी खूब पीएं। शरीर में कमजोरी न आने दें। क्योंकि प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने पर कोरोना वायरस तेजी से जकड़ता है। वैसे मेरठ में स्वाइन फ्लू के मरीज अधिक आ रहे हैं। इसके लक्षण एक जैसे ही हैं।