शर्म करो पासपोर्ट सेवा केंद्र पर आवेदक ने चलाया जेनरेटर
पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) का हाल बेहाल है, लेकिन अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधि तक आंख मूंदकर बैठे हैं।
मेरठ । पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीएसके) का हाल बेहाल है, लेकिन अफसरों से लेकर जनप्रतिनिधि तक आंख मूंदकर बैठे हैं। कई बार गाजियाबाद पासपोर्ट क्षेत्रीय कार्यालय ने पत्र के माध्यम से अव्यवस्था के बारे में अवगत कराया है। बावजूद इसके हालात जस के तस हैं। मंगलवार को कैंट स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र पर लाइट जाने के बाद खुद आवेदक ने जेनरेटर चलाकर कार्य शुरू कराया।
पासपोर्ट सेवा केंद्र पर सुबह करीब 11.30 बजे बिजली चली गई थी। इस दौरान वहां कोई जेनरेटर चलाने वाला नहीं था। मोदीपुरम निवासी अनिल चौधरी ने कर्मचारियों से जेनरेटर चलाने का आग्रह किया। इसके बाद भी जेनरेटर नहीं चलाया गया। उन्होंने खुद जेनरेटर को चालू किया। इसके बाद कार्य शुरू हो सका।
दोपहर 12 बजे तक दस अप्वाइंटमेंट
बिजली जाने और आने पर कंप्यूटर को फिर से चालू करना पड़ता है। इसमें काफी समय बेकार हो जाता है। पिछले दिनों पीएसके पर आवेदकों ने कई बार अप्वाइंटमेंट समय पर न आने पर हंगामा भी किया था। मंगलवार को भी दोपहर 12 बजे तक सिर्फ दस अप्वाइंटमेंट की प्रक्रिया पूरी की जा सकी थी।
ऑनलाइन यूपीएस अभी पैक है
आठ महीने से ऑनलाइन यूपीएस केंद्र पर रखा हुआ है। यहां पर थ्री-फेज कनेक्शन न लगने के कारण इसे लगाया नहीं जा सका है। लाइट जाने के बाद सिस्टम डायरेक्ट बंद हो जाते हैं, जिसके कारण डाटा डिलीट होने का डर रहता है।
बैठने के लिए सीट तक नहीं
पासपोर्ट सेवा केंद्र पर आवेदकों के बैठने के लिए सीट से लेकर पानी तक की पर्याप्त सुविधा नहीं है। वहीं, साफ-सफाई के लिए भी किसी कर्मचारी की नियुक्ति न होने से यहां दीवारों पर जाले लगे हुए हैं।
----------------- अगस्त में पासपोर्ट सेवा केंद्र की अव्यवस्था पर विदेश मंत्रालय भेजे गए पत्र को दोबारा से मंगलवार को विदेश मंत्रालय भेज दिया गया है। सचिव ने मेरठ के पासपोर्ट सेवा केंद्र की अव्यवस्था को जल्द सुधारने का आश्वासन दिया है। वहीं, अगर आवेदक ने जेनरेटर चलाया तो यह गलत है।
राजेंद्र अग्रवाल, सांसद