Hariom Anand Suicide Case: अस्पताल बेचने और हस्ताक्षर बदलने को हो रहा था उत्पीडऩ, मानसी ने जांच अफसर को सौंपे सबूत
दो साल से शेयर होल्डर अस्पताल से लेकर घर तक हरिओम आनंद पर दबाव बना रहे थे। मानसी ने जांच अफसर को वह पत्र भी दिया जिसमें हरिओम आनंद का अंगूठा लगा है।
मेरठ, जेएनएन। जांच अधिकारी के सामने मानसी ने एक बार फिर हरिओम आनंद को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप शेयर होल्डरों पर लगाया है। अपनी ओर से सबूत भी पेश किए। हरिओम आनंद के अंगूठा लगा पत्र भी दिया हैं, जिस पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। मानसी ने जांच अफसर को बताया कि जीएस सेठी ने कहा कि वह खुद और गौतम आनंद अस्पताल को बेचने के लिए अधिकृत हैं, क्योंकि शेयर होल्डर अस्पताल को बेचना चाहते थे। अस्पताल की 75 फीसद शेयर होल्डरों ने किस तरह अपने नाम कराया, यह भी मानसी ने एसपी सिटी को बताया। साथ ही यह भी बताया कि जून से लगातार हरिओम आनंद पर शेयर होल्डर दबाव बना रहे थे।
दो ऑडियो भी सौंपी गईं
ऑडियो मार्च 2019 की है, जिसमें हरिओम आनंद शेयर होल्डर जीएस सेठी से बोल रहे हैं कि शेयर होल्डर हो तो ब्याज क्यों लेते हो, उसके बाद शेयर होल्डरों से सबकुछ ठीक करने के लिए दो अप्रैल तक का समय मांग रहे हैं। शर्त भी रखी गई है कि यदि सबकुछ ठीक नहीं किया तो उसके बाद अस्पताल में हरिओम आनंद खुद ही प्रवेश नहीं करेंगे। उसके जरिए मानसी ने बताया कि पिछले एक साल से हरिओम आनंद शेयर होल्डरों के दबाव में काम कर रहे थे।
फाइनेंसर पर भी धमकी देने का आरोप लगाया
मानसी ने फाइनेंसर समय सिंह सैनी, मुमताज कामरान, आकाश खन्ना, राहुल दास के खिलाफ भी बयान दर्ज कराए। समय सिंह सैनी और मुमताज की तरफ से दी गई धमकी के बारे में भी जानकारी दी।
वायरल पत्र पर हस्ताक्षर कराने के लिए दबाव बनाने का वीडियो
मानसी आनंद ने बताया कि हरिओम आनंद की मौत के दूसरे दिन ही शेयर होल्डरों ने एक पत्र पर मानसी, गौतम और मीना के हस्ताक्षर कराकर वायरल कराया। उसकी वीडियो भी जांच अफसर को सौंप दी है। वीडियो में शेयर होल्डर ललित भारद्वाज, जीएस सेठी, उनका बेटा, राहुल दास, आकाश खन्ना की मौजूदगी दिखाई दे रही है। मानसी ने कहा कि वीडियों में भी दिख रहा है कि पूरे परिवार पर घर के अंदर वे दवाब बना रहे हैं। सुबह हस्ताक्षर कराए गए। शाम को एसएसपी के पास ले जाने का दबाव बनाया गया।
ये दिए है मानसी ने साक्ष्य
- एक वीडियो निर्मल हत्याकांड में पकड़े गए आरोपित की है, जो अतुल कृष्ण के खिलाफ सीबीआइ के सामने कबूल कर रहा है कि डेढ़ लाख रुपये अतुल कृष्ण से लेकर हत्या की थी। यह वीडियो सीबीआइ ने चार्जशीट में भी लगाई है।
-दो वीडियो दी गई, जिसमें हरिओम आनंद की मौत के बाद पूरे परिवार पर शेयर होल्डरों ने दबाव बनाकर पत्र लिखकर वायरल किया।
-दो ऑडियो में शेयर होल्डर से हरिओम आनंद समय मांग रहे हैं, जिसमें सबकुछ ठीक करने की बात कह रहे हैं।
-दो पत्र सौंपे है, जिसमें अतुल कृष्ण ने हरिओम आनंद को आजीवन ट्रस्टी बनाने और उनके खाते में एक करोड़ 80 लाख की रकम डालने के बारे में कह रहे थे। उन्हें सुभारती में एक तिहाई की हिस्सेदार भी बताया जा रहा।