हाजी यासीन तीसरी बार बने जमीयत के देवबंद अध्यक्ष, जमीयत की बैठक में मौलाना कलीम की गिरफ्तारी को ठहराया गलत
जमीयत उलेमा-ए-हिंद की बैठक में मौलाना कलीम की गिरफ्तारी को ठहराया गया गलत। संगठन के समाजसेवा के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का किया बखान। बैठक में हाजी यासीन को तीसरी बार देवबंद नगर का अध्यक्ष चुना गया।
सहारनपुर, जेएनएन। जमीयत उलेमा-ए-हिंद (मौलाना अरशद मदनी गुट) की बैठक में प्रसिद्ध इस्लामी विद्वान मौलाना कलीम सिद्दीकी की गिरफ्तारी को गलत ठहराया गया। साथ ही संगठन द्वारा देश भर में किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की गई। बैठक में हाजी यासीन को तीसरी बार देवबंद नगर का अध्यक्ष चुना गया।
रविवार को मोहल्ला पठानपुरा स्थित मुगलो वाली मस्जिद में हुई बैठक में देवबंद यूनिट के अध्यक्ष पद के लिए मुफ्ती अमजद मदनी, मौलाना मसूद अहमद व हाजी यासीन के नाम का प्रस्ताव रखा गया। जिस पर चर्चा उपरांत सर्वसम्मति से हाजी यासीन को तीसरी बार संगठन का अध्यक्ष चुना गया। इस अवसर पर मौलाना मुफ्ती खुबैब हसनी ने कहा कि जबरन मतांतरण मामले में मौलाना कलीम सिद्दीकी को गिरफ्तार किए जाना गलत है क्योंकि कभी भी जबरन किसी का मतांतरण नहीं किया जा सकता है।
कार्यवाहक अध्यक्ष मौलाना मसरुर अहमद कासमी ने कहा कि जमीयत हमेशा अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाती आई है। साथ ही समाजसेवा के क्षेत्र में भी अपनी जिम्मेदारी निभा रही है। संगठन ने हमेशा जरुरतमंद व गरीबों की खिदमत करने का काम किया।
अध्यक्षता हाजी यासीन व संचालन मुफ्ती खादिमुल इस्लाम ने किया। अंत में कारी फौजान ने दुनिया में अमन व आपसी भाईचारे के लिए दुआ कराई। इस दौरान मोहम्मद आरिफ, फखरुद्दीन अहमद, मोहम्मद युसूफ प्रधान, शराफत, प्रधान आकिल, हाजी जब्बार, अब्दुल वहाब, डा. नदीम सलमानी, मुफ्ती अखलाक आदि मौजूद रहे।