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सीवर के गंदे पानी से डूबी माधवपुरम की ग्रीन बेल्ट, पनप रहे मच्छर और कीड़े

भले ही विकास के तमाम दावे किए जा रहे हों। देश में स्वच्छता के मामले में 27वीं रैंक हासिल करने पर अफसर इतरा रहे हों। लेकिन माधवपुरम के लोग तो सीवर लाइन के गंदे पानी की दुर्गंध झेलने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Dec 2021 06:06 AM (IST)Updated: Fri, 17 Dec 2021 06:06 AM (IST)
सीवर के गंदे पानी से डूबी माधवपुरम की ग्रीन बेल्ट, पनप रहे मच्छर और कीड़े

मेरठ, जेएनएन। भले ही विकास के तमाम दावे किए जा रहे हों। देश में स्वच्छता के मामले में 27वीं रैंक हासिल करने पर अफसर इतरा रहे हों। लेकिन माधवपुरम के लोग तो सीवर लाइन के गंदे पानी की दुर्गंध झेलने को मजबूर हैं। इस क्षेत्र में कभी हरियाली की प्रतीक रही ग्रीन बेल्ट फिलहाल सीवर से डूब गई है। बिन बारिश ही घुटनों तक गंदा पानी भरा हुआ है। जिसमें कीड़े और मच्छर पनप रहे हैं।

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गुरुवार को नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह यहां पहुंचे तो नारकीय हालात देख दंग रह गए। क्षेत्रीय पार्षद शिखा सिघल समेत स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। कहा कि तीन बार गाजियाबाद जलनिगम से टीम आकर सर्वे कर चुकी है। सीवर पंपिग स्टेशन से दिल्ली रोड के मुख्य नाले तक सीवर निकासी के लिए नई सीवर लाइन डालने की बात उनके सर्वे में कही गई। लेकिन निगम अफसर एक कदम भी आगे नहीं बढ़े। माधवपुरम सेक्टर एक, दो, तीन और चार की लगभग 35000 आबादी नारकीय हालात में जीने को मजबूर है। वर्षों पहले आवास विकास ने सीवर पंपिग स्टेशन बनाया, लेकिन सीवर निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की। नतीजा, सीवर पंपिग स्टेशन से माधवपुरम ग्रीन बेल्ट वाले नाले में सीधे सीवेज बहाया जा रहा है। जो नाले से उफनाकर ग्रीन बेल्ट में भर रहा है। ग्रीन बेल्ट का बड़ा हिस्सा गंदे पानी से डूबा हुआ है।

30 लाख से ज्यादा का काम नहीं करा सकते

क्षेत्रीय पार्षद ने कहा कि नगर निगम के प्रशासनिक अधिकारी कहते हैं कि माधवपुरम में 30 लाख के काम हो चुके हैं। अब इससे ज्यादा के काम नहीं करा सकते। क्षेत्रीय पार्षद ने कहा कि ऐसी स्थिति में किससे गुहार लगाएं। सीवेज निस्तारण व्यवस्था ध्वस्त है।

निरीक्षण से लौटकर नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने लिखा पत्र

माधवपुरम में निरीक्षण कर कार्यालय लौटे नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. गजेंद्र सिंह ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। जिसमें उल्लेख किया है कि ग्रीन बेल्ट सीवर पंपिग स्टेशन से नाले में बहाए जा रहे सीवेज से डूब गई है। कीड़े और मच्छर पनप रहे हैं। इससे संक्रामक बीमारी फैल सकती है। स्वास्थ्य अनुभाग से डिपो प्रभारी दिलशाद हसन, सफाई एवं खाद्य निरीक्षक बिट्टू सिंह ने भी पत्र लिखा है। सीवर पंपिग स्टेशन से दिल्ली रोड तक सीवेज निकासी के लिए नई सीवर लाइन डालने का अनुरोध किया है। निर्माण व जलकल अनुभाग के माध्यम से प्रस्ताव तैयार कर ये काम प्राथमिकता में कराने की जरूरत है।


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