मेरठ में कृषि विश्वविद्यालय और केवीके का भ्रमण करेंगी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, प्रशासन अलर्ट
Governor Anandiben Patel मेरठ में गवर्नर के दौरे को देखते हुए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के कार्यक्षेत्र वाले 17 जिलों में 20 केवीके हैं। राज्यपाल सितंबर के अंत तक किसी भी तारीख को आ सकती हैं।
संजीव तोमर, मेरठ। Governor Anandiben Patelप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सितंबर के अंत तक सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विवि और किसी एक कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) का भ्रमण कर सकती हैं। हालांकि राज्यपाल के आगमन की तिथि अभी तय नहीं है। उधर, सूत्रों के अनुसार राज्यपाल का भ्रमण तय है। इसे लेकर विवि प्रशासन अलर्ट हो गया है। विवि परिसर के अलावा केवीके में रंगाई-पुताई और साफ-सफाई का कार्य शुरू हो गया है। राज्यपाल के दौरे को लेकर प्रशासन ने भी अपने स्तर तैयारियां शुरू कर दी हैं।
सितंबर माह के अंत में दौरा
सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के कार्यक्षेत्र वाले 17 जिलों में 20 केवीके हैं। विवि सूत्रों के अनुसार राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सितंबर के अंत तक किसी भी तारीख को आ सकती हैं। हालांकि अभी तक राजभवन से राज्यपाल के आने की तारीख तय नहीं है। राज्यपाल के भ्रमण की सूचना मात्र से ही विवि प्रशासन ने अपने स्तर से कार्य करने शुरू कर दिए हैं। जल्द ही कुलपति के नेतृत्व में बैठक का आयोजन होगा, जिसमें टीमें बनाकर राज्यपाल के कार्यक्रम की जिम्मेदारी दी जाएगी। राज्यपाल के आना लगभग तय माना जा रहा है।
इन जिलों में हैं 20 केवीके केंद्र
कृषि विवि के कार्य क्षेत्र वाले जिले मेरठ, पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर, रामपुर, मुरादाबाद, हापुड़, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, शामली, सहारनपुर, गाजियाबाद, बागपत, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, अमरोहा, सम्भल में करीब 20 केवीके केंद्र हैं। इन केंद्रों पर कृषि विज्ञानी संबंधित गांवों में समय-समय पर कैंप लगाकर किसानों को नई तकनीक से फसल की बुवाई, निराई और कटाई की जानकारी देने के अलावा खेती से दोगुना आमदनी कैसे हो सकती है, इसकी बारीकी से जानकारी देते हैं। इन जानकारियों से किसानों को फायदा भी पहुंचता है। उन्हें इस प्रकार खेती करने में भी आसानी हो जाती है।
इनका कहना है
सितंबर के अंत तक राज्यपाल का कृषि विवि परिसर और केवीके का भ्रमण हो सकता है। अभी तारीख तय नहीं है। हमने अपने स्तर से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
- डा. आरके मित्तल, कुलपति, कृषि विवि।