Move to Jagran APP

मेरठ में एक अप्रैल से शुरू होगी सरकारी गेहूं खरीद, किसानों से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज

मेरठ खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2021-22 में मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत एक अप्रैल से जिले में किसानों से गेहूं खरीदा जाएगा। इसके लिए जिले में 40 क्रय केंद्र बनाए गए हैं।

By Himanshu DwivediEdited By: Published: Wed, 24 Mar 2021 12:57 PM (IST)Updated: Wed, 24 Mar 2021 12:57 PM (IST)
मेरठ में एक अप्रैल से शुरू होगी सरकारी गेहूं खरीद, किसानों से नहीं लिया जाएगा कोई चार्ज
मेरठ में गेहूं की खरीदारी एक अप्रैल से शुरू होगी।

मेरठ, जेएनएन। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2021-22 में मूल्य समर्थन योजना के अंतर्गत एक अप्रैल से जिले में किसानों से गेहूं खरीदा जाएगा। इसके लिए जिले में 40 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंतल है। उन्होंने बताया कि क्रय केंद्रों पर उतराई, छनाई व सफाई की धनराशि या चार्ज किसानों से जबरन नहीं काटी जाएगी। यदि यह कार्य क्रय केंद्र पर उपलब्ध श्रमिकों से कराया जाता है, तो वास्तविक व्यय के आधार पर समझौते के अनुरुप या अधिकतम 20 रुपये प्रति कुंतल की दर से भुगतान किया जाएगा। गेहूं विक्रय करने के लिए किसानों को अपना बैंक खाता नंबर, खतौनी, पहचान प्रमाण-पत्र, आधार कार्ड व खसरा संख्या के आधार पर जन सेवा केंद्र या साइबर कैफे पर अपना पंजीकरण जरूर करा लें।

loksabha election banner

मेरठ में नए गेहूं क्रय केंद्र

मेरठ जिले में रबी विपणन वर्ष 2020-21 के अंतर्गत गेहूं के 31 सरकारी क्रय केंद्र थे। इस दौरान जिले में अलग-अलग हिस्सों से किसानों ने अपने यहां भी क्रय केंद्र खुलवाने की मांग की थी। जिला खाद्य विपणन अधिकारी सतेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि वर्तमान सत्र में मेरठ, मवाना, माछरा, जानी, दौराला, खरखौदा, हस्तिनापुर, किला-परीक्षितगढ़, लोहियानगर मंडी नए केंद्र खोले गए हैं। जिन्हें मिलाकर कुल 40 क्रय केंद्रों पर सरकारी खरीद होगी।

पिछले वर्ष खरीदा गया 9880 मीट्रिक टन सरकारी गेहूं

रबी विपणन वर्ष 2020-21 के अंतर्गत गेहूं खरीद में पिछले वर्ष मेरठ जनपद को 31 हजार मीट्रिक टन का लक्ष्य मिला था। जिसमें लक्ष्य के सापेक्ष 9880 मीट्रिक टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई। जो लक्ष्य का केवल 31.87 फीसद रहा। डीबीटी के माध्यम से किसान के खाते में गेहूं का भुगतान कर दिया गया। पिछले वर्ष आनलाइन रजिस्ट्रेशन के दौरान किसानों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार एक मार्च से ही आनलाइन रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.