एमटेक, बीएससी, एमएससी में छात्राएं टापर्स
चौधरी चरण सिंह विवि ने नौ मार्च को प्रस्तावित दीक्षा समारोह के लिए बुधवार को तीन विषयों के टापर्स की लिस्ट जारी की है। इसमें सभी विषयों में छात्राएं टाप पर हैं।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विवि ने नौ मार्च को प्रस्तावित दीक्षा समारोह के लिए बुधवार को तीन विषयों के टापर्स की लिस्ट जारी की है। इसमें सभी विषयों में छात्राएं टाप पर हैं। संभावित टापर छात्र- छात्राओं के अंक और स्थान की सूची जारी की गई है। जिसमें अगर किसी छात्र-छात्रा को आपत्ति है तो वह अपने प्रत्यावेदन सात दिन के भीतर विवि के प्रोफेशनल विभाग में जमा करा सकते हैं। विवि की ओर जारी सूची के अनुसार एमटेक बायोटेक अंतिम सेमेस्टर में जुबिया अहसन 4800 में 3891 अंक यानी 81.06 फीसद अंक प्राप्त किया है। वह अपने विषय में सर्वोच्च स्थान पर हैं। इसके अलावा पांच अन्य छात्र- छात्राओं के अंक भी सूची में दिए गए हैं। बीएससी होम साइंस क्लिनिकल न्यूट्रीशन एंड डाइट में 3000 में 2429 अंक यानी 80.97 फीसद अंक प्रापत कर शिखा पंवार टापर हैं। एमएससी कंप्यूटर साइंस में आभा त्यागी टापर हैं। उन्होंने 2000 में 1759 अंक यानी 87.95 फीसद अंक हासिल किया है। विवि की वेबसाइट पर सभी टापर्स की सूची अपलोड कर दी गई है।
इंडियाज टैलेंट फाइट में चुने गए सात मेधावी
लोकप्रिय टीवी रियलिटी शो इंडियाज टैलेंट फाइट में मेरठ के तान्या संगीत विद्यालय के सात डांसर चुने गए हैं। इस कार्यक्रम का प्रसारण एंडटीवी पर होगा। इस बाबत सभी चयनति प्रतिभागियों को रुड़की आमंत्रित किया गया है। चयनित बच्चों में प्रतिभा भूषण, आरजवी जैन, नव्या जैन, परी जैन, खुशबू अग्रवाल, खुशी जिदल और आन्या गोयल हैं।
नहीं रहे भाजपाइयों के 'चचा' कृष्णगोपाल
भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष कृष्णगोपाल का बुधवार दोपहर करीब तीन बजे निधन हो गया। उनका इलाज लंबे समय से निजी अस्पताल में चल रहा था। उनके निधन की खबर सुनकर संगठन और कार्यकर्ताओं में शोक की लहर दौड़ गई। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकात बाजेपयी समेत पार्टी विधायकों एवं महानगर अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने उन्हें याद करते हुए सम्मानित एवं समíपत वरिष्ठ कार्यकर्ता बताया। कहा कि कार्यकर्ताओं के बीच वो चचा के नाम से जाने जाते थे। चुनाव प्रबंधन के माहिर माने जाते थे। गुरुवार सुबह 11 बजे सूरजकुंड पर अंतिम संस्कार होगा।
तीन दिसंबर 1944 को छत्ता अली शहर सर्राफ में पैदा हुए कृष्णगोपाल का बचपन का नाम श्रीकृष्ण सिंह था। उन्होंने बजाजा स्थित स्कूल में शिक्षा ली, जहा इनका नाम बदलकर कृष्णगोपाल कर दिया गया। 2000 से 2002 के बीच प्रदेश में राजनाथ के मुख्यमंत्री रहने के दौरान तक कृष्णगोपाल मेरठ महानगर अध्यक्ष रहे। वो निर्वाचित हुए थे।
विनीत शारदा ने उन्हें याद करते हुए बताया कि कृष्णगोपाल जी ने उन्हें अध्यक्ष पर रहते व्यापार प्रकोष्ठ को नगर अध्यक्ष बनाया। उन्होंने विवाह नहीं किया था। वह अपने मामा के पुत्रों के साथ शिवशक्ति नगर, ब्रह्मापुरी में रहते थे। वो शहर विस के सहसंयोजक और संयोजक रहे। लोकसभा चुनावों में मेरठ महानगर के संयोजक रहे। लखनऊ में रहते हुए चुनाव प्रबंधन का दायित्व संभाला। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नजदीकी रहे। मेरठ के कई विधायकों के राजनीतिक करियर में उनका अहम योगदान था।