गुरुग्राम से महिलाओं को बिजनौर लाकर कराया जाता था लिंग परीक्षण, अब छह आरोपितों के खिलाफ हुई कार्रवाई
भ्रूण परीक्षण की सूचना पर गुरुग्राम की स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जाल बिछाया। बिजनौर के चांदपुर क्षेत्र के गांव सकतलपुर मिलक में बुधवार को टीम ने अपना जाल बिछाया था। टीम एक गर्भवती महिला को लेकर आई थी।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। चांदपुर क्षेत्र के गांव सकतलपुर मिलक में गुरुग्राम की स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए लिंग परीक्षण के मामले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
यह है मामला
चांदपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव सकतलपुर मिलक में अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहा था। आरोप है कि यहां लोगों से धन वसूलकर यहां पर भ्रूण परीक्षण भी कराया जा रहा था। विशेषकर हरियाणा के गुरुग्राम से गर्भवती महिलाओं को एक व्यक्ति के माध्यम से यहां लगाया जाता था।
गुरुग्राम की टीम ने बिछाया जाल
भ्रूण परीक्षण की सूचना पर गुरुग्राम की स्वास्थ्य विभाग की टीम को मिली। इस पर वहां की टीम स्वास्थ्य ने जाल बिछाया। नोडल अधिकारी डा. प्रदीप कुमार के नेतृत्व में बुधवार को टीम यहां आई और अपने साथ एक गर्भवती महिला को भी लाई। उन्होंने पहले उसे अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लिंग परीक्षण के लिए भेजा। जहां पर परीक्षण के लिए 20 हजार रुपये मांगे गए। महिला द्वारा यह राशि संचालक को दे दी गई। संचालक भ्रूण का लिंग परीक्षण कर रहा था तो टीम ने मौके पर ही उसका भंडाफोड़ कर दिया।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
टीम ने मौके से अल्ट्रासाउंड मशीन, प्रिंटर, लैपटॉप आदि भी बरामद किया था। साथ ही 20 हजार की धनराशि भी उनसे बरामद की। नोडल अधिकारी डा. प्रदीप कुमार की ओर से गांव जिला अमरोहा के गजरौला थाने के मोहर का पट्टी निवासी डा. हसीन सैफी, गजरौला निवासी चंद्रपाल, सकतलपुर मिलक निवासी डा. रेखा सैनी, मंडी धनौरा के गांव शेरपुर निवासी डा. ज्योति गोला, बुलंदशहर के गांव बीबीनगर निवासी नरेंद्र सिरोही व हापुड़ जिले के सिंभावली निवासी डा. पवन सिरोही के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। बताया कि सभी आरोपित गिरोह बनाकर लिंग परीक्षण का कार्य करते थे। कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच की जा रही है।