दीवाली के बाद भी गंदगी कायम है..जिम्मेदार गायब हैं
पर्व पर साफ-सफाई दुरुस्त होनी चाहिए। दीवाली तो वैसे भी स्वच्छता के लिए जानी जाती है, लेकिन नगर निगम इस दिन भी शहर को नहीं चमका पाया। जगह-जगह कूड़ा पड़ा रहा, जिसका उठान नहीं हो सका। दूसरे दिन भी रवैया लापरवाही वाला रहा। हालांकि त्योहार शुरू होने से पहले खुद आयुक्त और डीएम ने नगर निगम को सफाई के लिए विशेष रूप से निर्देशित किया था।
मेरठ । पर्व पर साफ-सफाई दुरुस्त होनी चाहिए। दीवाली तो वैसे भी स्वच्छता के लिए जानी जाती है, लेकिन नगर निगम इस दिन भी शहर को नहीं चमका पाया। जगह-जगह कूड़ा पड़ा रहा, जिसका उठान नहीं हो सका। दूसरे दिन भी रवैया लापरवाही वाला रहा। हालांकि त्योहार शुरू होने से पहले खुद आयुक्त और डीएम ने नगर निगम को सफाई के लिए विशेष रूप से निर्देशित किया था।
दीवाली के एक दिन पहले की बात रही हो या फिर दीवाली व उसके दूसरे दिन। कहीं एक स्थान से कूड़ा उठा तो दूसरे स्थान से कूड़ा उठाने की किसी को फिक्र नहीं रही। शहर में जगह-जगह कूड़ा जमा होता रहा। इससे दुर्गध आती रही, मगर नगर निगम के कर्मचारियों ने उसी कूड़े को उठाया, जिसके लिए लोग बार-बार शिकायत कर रहे थे। अवैध तरीके से यदि किसी कालोनी से कुछ दूरी पर कूड़ा डाला गया था तो वहां वैसे ही कूड़ा पड़ा रहा। बहरहाल, ऐसे हालात शहर के रोज रहते हैं। जितना कूड़ा किसी स्थाई या अस्थाई डंपिंग ग्राउंड से उठता है उतना उसी दिन फिर से आ जाता है। यही हाल दीवाली और उसके पहले व दूसरे दिन का भी रहा। शहर में कहीं भी विशेष सफाई व्यवस्था दिखाई नहीं दी। हालांकि सफाईकर्मियों की झाड़ू तो गलियों में चली, लेकिन नाली की सफाई हुई न ही कूड़ा उठा। मेहताब सिनेमा के पास गुरुवार को दिनभर गंदगी का ढे़र लगा रहा। कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम के अधिकारियों से की, लेकिन सफाई के लिए कोई मौके पर नहीं आया। नाले फैलाते रहे दुर्गध
हमेशा की तरह नाले भी दुर्गध फैलाते रहे। दीवाली पर विशेष सफाई के रूप में नाले भी साफ किए जा सकते थे लेकिन नाले भी अन्य दिनों की तरह ही साफ हुए। कहीं नाले का कूड़ा निकाला गया तो कहीं स्थानीय लोगों की मांग के बावजूद भी जेसीबी नहीं भेजी गई। शासन के आदेश दरकिनार
साफ-सफाई के मामले में हमेशा से पीछे रहे शहर को इस बार त्योहार पर चमकाने के लिए शासन ने नगर निगम के साथ आयुक्त और डीएम को भी निर्देशित किया था, दस दिन पहले आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने बैठक कर निगम अफसरों को विशेष अभियान चलाकर नगर की सफाई के लिए निर्देशित किया। ऐसे ही डीएम अनिल ढींगरा ने भी निगम अफसरों को सफाई के संबंध में आदेश दिए। लेकिन आदेशों को कोई असर पिछले तीन दिनों में नजर नहीं आया। छुट्टी पर अधिकारी, कौन करे निगरानी
तमाम आदेश निर्देशों के बाद भी अधिकारी त्योहार मानने के लिए छुटटी पर गए हुए हैं। उधर, नगर स्वास्थ्य अधिकारी की सीट भी अभी खाली ही है। ऐसे में सफाई कर्मचारी भी सफाई व्यवस्था को लेकर लापरवाही बरते रहे हैं। अधिकारियों के अवकाश और सफाईकर्मियों की लापरवाही का खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है।